दिल्ली के प्रदूषण पर वार, 13 हॉटस्पॉट के लिए समितियां गठित; आनंद विहार में विशेष अभियान
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को बताया कि राजधानी में प्रदूषण के 13 हॉट स्पॉट के लिए अलग-अलग कोआर्डिनेशन कमेटी का गठन किया गया है। ये कमेटियां संबंधित विभागों के साथ तालमेल कर प्रदूषण की रोकथाम के उपाय करेंगी।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को बताया कि राजधानी में प्रदूषण के 13 हॉट स्पॉट के लिए अलग-अलग कोआर्डिनेशन कमेटी का गठन किया गया है। ये कमेटियां संबंधित विभागों के साथ तालमेल कर प्रदूषण की रोकथाम के उपाय करेंगी।
राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए शुक्रवार को दिल्ली सचिवालय में तमाम विभागों के अधिकारियों के साथ पर्यावरण मंत्री ने बैठक की। बैठक के बाद पत्रकार वार्ता में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि हॉट स्पॉट पर प्रदूषण की रोकथाम के लिए तमाम अधिकारियों को जमीन पर उतरकर काम करने के निर्देश दिए गए हैं।
आनंद विहार में विशेष अभियान
गोपाल राय ने बताया कि पिछले दिनों आनंद विहार में प्रदूषण का स्तर सामान्य से ज्यादा रहा था। इसे देखते हुए अधिकारियों को यहां पर प्रदूषण के स्रोतों का पता लगाकर रोकथाम के लिए अभियान चलाने को कहा गया था। राय ने बताया कि आनंद विहार बस स्टेशन के सामने की सड़क पर उत्तर प्रदेश की तरफ डीजल वाहनों की संख्या काफी ज्यादा है। आसपास निर्माण भी कार्य हो रहे हैं। जाम सहित अन्य कारकों के चलते यहां पर प्रदूषण ज्यादा है।
भाजपा को राजनीति नहीं करने की नसीहत
दिल्ली की हवा में प्रदूषण का स्तर शुक्रवार और बढ़ गया। आनंद विहार जैसे कुछ इलाकों में प्रदूषण के चलते दिन में स्मॉग छाया रहा। सीपीसीबी के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर की हवा में इस समय प्रदूषक कणों का स्तर सामान्य से ढाई गुना से ज्यादा है। अच्छे मानसून की वजह से दिल्ली में इस बार जून से सितंबर तक हवा साफ रही।
पर्यावरण मंत्री ने स्मॉग टावर पर भाजपा को राजनीति नहीं करने की नसीहत दी। कनॉट प्लेस में स्मॉग टावर बंद रहने को लेकर भाजपा द्वारा सवाल खड़े किए जाने पर उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर दिल्ली में दो स्मॉग टावर बनाए गए थे। एक केंद्र सरकार ने आनंद विहार में बनाया है और दूसरा दिल्ली सरकार द्वारा कनॉट प्लेस में बनाया गया है। भाजपा एक स्मॉग टावर बंद होने पर तो सवाल उठाती है, लेकिन दूसरे को भूल जाती है।
सामान्य से ढाई गुना ज्यादा प्रदूषण