NCR के इस शहर में फिलहाल नहीं चलेगा बुलडोजर, अवैध निर्माण गिराने पर रोक; नगर परिषद ने क्या बताई वजह
गुरुग्राम नगर परिषद ने सोहना और रायसीना से लगती अरावली पहाड़ी में चलने वाले अवैध निर्माण गिराने के अभियान को रोक लगा दी है। हालांकि, परिषद की टीम अरावली पहाड़ी में होने वाले निर्माण कार्यों पर पूरी नजर रखने के लिए गठित टीम को निरीक्षण करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
गुरुग्राम नगर परिषद ने सोहना और रायसीना से लगती अरावली पहाड़ी में चलने वाले अवैध निर्माण गिराने के अभियान को रोक लगा दी है। ग्रैप की पाबंदी हटने के बाद ही अवैध निर्माणों के खिलाफ फिर से अभियान को चलाया जाएगा। हालांकि, परिषद की टीम अरावली पहाड़ी में होने वाले निर्माण कार्यों पर पूरी नजर रखने के लिए गठित टीम को निरीक्षण करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
इसके अलावा नगर परिषद ने ग्रैप के नियम की पालना करते हुए करीब 20 करोड़ के निर्माण कार्यों पर पाबंदी लगा दी है। नगर परिषद सीमा क्षेत्र में विकसित हो रही सोसाइटियों में भी निर्माण कार्य पर रोक लगाने के लिए नोटिस जारी किए जाएंगे। नगर परिषद ने सभी 21 वार्डों में चलाए जा रहे निर्माण कार्यों पर तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी है। नियमों की अनदेखी करने पर कार्रवाई होगी।
नगर परिषद के कार्यकारी अभियंता अजय पंघाल ने कहा, 'ग्रैप की पालना करते हुए परिषद सीमा क्षेत्र में चल रहे 20 करोड़ के विकास कार्यों पर रोक लगा दी है। लोग परिषद सीमा क्षेत्र में सीमेंट प्लांट, भवन निर्माण नहीं कर सकेंगे।'
निर्माण कार्य बगैर रोकटोक के जारी
गुरुग्राम में ग्रैप-4 के नियमों के तहत शहर में सभी प्रकार के निर्माण कार्यों पर रोक लगी हुई है, लेकिन इसके बाद भी शहर में हजारों जगहों पर निर्माण कार्य चल रहे हैं। राजेंद्रा पार्क, पालम विहार, बादशाहपुर, रामगढ़, मारूति कुंज, सरस्वती कुंज, भोंडसी, सेक्टर-51, 55, 52, 56 समेत सैंकड़ों जगहों पर निर्माण कार्य चल रहे हैं।
घरों के पास किए जा रहे निर्माण कार्य को न तो ढका गया है, न ही पानी का छिड़काव किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि यहां किसी एजेंसी का ध्यान नहीं है। रोजाना कोई न कोई निर्माण कार्य कर रहा है। इसका खामियाजा अब स्थानीय लोगों को उठाना पड़ रहा है। निर्माण सामग्री को भी खुले में रखा गया है।