बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले, हिन्दू संगठनों ने गाजियाबाद में किया विरोध प्रदर्शन
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे लगातार हमले के विरोध में रविवार को गाजियाबाद स्थित कवि नगर रामलीला मैदान में बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए। मंच पर मौजूद वक्ताओं ने हिंदुओं पर हमला कर रहे लोगों पर सख्ती और हमले बंद कराने की मांग की।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे लगातार हमले के विरोध में रविवार को गाजियाबाद स्थित कवि नगर रामलीला मैदान में बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए। मंच पर मौजूद वक्ताओं ने हिंदुओं पर हमला कर रहे लोगों पर सख्ती और हमले बंद कराने की मांग की। इसके चलते वक्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम संबोधित कर ज्ञापन एसडीएम को दिया। इस विरोध प्रदर्शन में 43 हिंदू संगठन शामिल रहे।
राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन में रखी ये मांगें
हिंदू समाज सुरक्षा समिति के अध्यक्ष कैलाश चंद्र अग्रवाल ने राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन में अल्पसंख्यकों पर हमले, हत्या, लूट, आगजनी और महिलाओं पर हो रहे अत्याचार की ओर ध्यान ले जाना है। मांग रखी गई कि बांग्लादेश के अंदर जिस प्रकार से हिंदू संस्कृति के बिंदुओं, हिंदू देवालयों पर हमले हो रहे हैं वह चिंताजनक है। बांग्लादेश सरकार और उसकी अन्य एजेंसियां इसे रोकने के बजाय केवल मूकदर्शक बनके बैठी है।
चिन्मय कृष्णदास की गिरफ्तारी पर जताया विरोध
बांग्लादेश में शांतिपूर्ण प्रदर्शनों में हिंदुओं का नेतृत्व कर रहे इस्कॉन के चिन्मय कृष्णदास प्रभु को बांग्लादेश सरकार द्वारा गलत तरीके से गिरफ्तार करना हिंदू समाज के मानवाधिकारों का हनन भी है। लोगों ने कहा कि भारत सरकार का प्रति उत्तर इस विषय में बहुत ही सावधानीपूर्वक और न्यूनतम रहा है। एक संप्रभु देश की स्वायत्तता को किसी प्रकार से चुनौती देना दूसरे देश की सरकार के लिए ठीक नहीं है। संगठन के लोगों ने मांग की कि इस तरह से हिन्दू समुदाय का उत्पीड़न होना; पूरे विश्व, पड़ोसी देश और सरकार के लिए सिर्फ देखते रहना और कार्यवाही ना करना स्वीकार नहीं है।
तीन घंटे किया विरोध प्रदर्शन
विरोध प्रदर्शन करीब सुबह 11 बजे शुरू हुआ और दोपहर दो बजे तक चला। इसमें विभिन्न हिंदू संगठन के प्रतिनिधि मंच पर बैठे। भाजपा सांसद अतुल गर्ग, राज्य मंत्री सुनील शर्मा, विधायक नंदकिशोर गुर्जर आदि अलग से कुर्सी पर बैठे। इस विरोध प्रदर्शन में 43 हिन्दू संगठन शामिल हैं।