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रात को दोस्तों संग मैगी खाने निकला था 19 साल का आर्यन मिश्रा, गोरक्षकों ने मार डाला; 30 KM तक किया था पीछा

दिल्ली से सटे फरीदाबाद में कथित गोरक्षकों द्वारा 12वीं में पढ़ने वाले छात्र आर्यन मिश्रा की पशु तस्कर समझ गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक छात्र रात में अपने दोस्तों के साथ मैगी खाने के लिए निकला था। आरोपियों ने पीड़ित की कार का 30 किलोमीटर तक पीछा किया और फिर उसे मार डाला।

Praveen Sharma हिन्दुस्तान, फरीदाबादTue, 3 Sep 2024 10:13 AM
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देश की राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद से एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां 12वीं में पढ़ने वाले 19 वर्षीय एक स्टूडेंट की कथित गोरक्षकों ने गोली मारकर हत्या कर दी। दोस्तों के साथ मैगी खाने कार से निकले आर्यन मिश्रा का 30 किलोमीटर तक पीछा गया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस ने हत्या के आरोप में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों का कहना है कि उन्हें ऐसी ही कार में तस्करों के आने की सूचना मिली थी।

आर्यन मिश्रा हत्याकांड में गिरफ्तार किए आरोपियों की पहचान सौरभ, अनिल कौशिक, वरुण, कृष्ण और आदेश के रूप में हुई है। पुलिस ने सभी को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया है। फरीदाबाद पुलिस क्राइम ब्रांच सेक्टर-30 की टीम इस हत्याकांड की जांच कर रही है।

वारदात वाले दिन 23 अगस्त की रात आर्यन मिश्रा अपने मकान मालिक और उनके जानकारों के साथ डस्टर कार में बैठकर मैगी खाने बड़खल स्थित एक मॉल में गया था। देर रात वहां से लौटते समय पटेल चौक पर आरोपियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इस पर, कार चला रहे आर्यन के एक जानकार ने डर के कारण गाड़ी की रफ्तार बढ़ा दी। इसके बाद आरोपियों ने करीब 30 किलोमीटर तक मृतक और उसके जानकारों को पीछा किया। फिर दिल्ली आगरा-हाईवे के गदपुरी टोल से कुछ आगे खुद को गोरक्षक बताने वाले आरोपियों ने पशु तस्कर समझकर आर्यन को गोली मार दी थी। गोली लगने से घायल आर्यन की इलाज के दौरान मौत हो गई थी।

गिरफ्तारी के बाद अनिल कौशिक आदि ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि उन्होंने अवैध हथियार से आर्यन मिश्रा को गोली मारी थी। पुलिस ने अनिल कौशिक के घर से अवैध हथियार बरामद कर लिया है। वारदात में प्रयुक्त एक कार भी बरामद की गई है।  

पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि 23 अगस्त की रात उन्हें मुखबिर से सूचना मिली थी कि डस्टर और फॉच्यूर्नर कार सवार कुछ पशु तस्कर शहर में रेकी कर रहे हैं। साथ ही जहां उन्हें पशु मिल रहे हैं, कंटेनर मंगाकर उसे उठा ले रहे हैं। इस सूचना के बाद अनिल कौशिक और उसके साथी शहर में कार सवार उन पशु तस्करों की तलाश कर रहे थे। इस दौरान उन्हें पटेल चौक पर एक डस्टर कार दिख गई। आरोपियों ने कार चालक को रुकने को कहा, लेकिन कार चला रहे शख्स ने डर के कारण कार की रफ्तार बढ़ा दी। इसी के चलते गलतफहमी में उन्होंने उस कार का पीछा करते हुए गोली चला दी, जो आर्यन मिश्रा को जा लगी और उसकी मौत हो गई।

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