आज खुद चुनाव आयोग जाएंगे केजरीवाल, सवालों के देंगे जवाब, आतिशी और मान भी रहेंगे साथ
दिल्ली चुनाव में यमुना में जहर के दावे को लेकर राजनीतिक तापमान हाई है। चुनाव आयोग को गुरुवार को अरविंद केजरीवाल ने इस मामले पर अपना जवाब भेजा था। मगर आयोग उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ और उनसे कुछ सवालों के जवाब मांगे। ऐसे में शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री खुद 11 बजे चुनाव आयोग जाएंगे।
दिल्ली चुनाव में यमुना में जहर के दावे को लेकर राजनीतिक तापमान हाई है। निर्वाचन आयोग (ईसी) ने गुरुवार को यमुना नदी के जल को जहरीला बनाने संबंधी मुद्दों पर पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल की ओर से भेजे गए जवाब पर असंतोष जताया। आयोग ने उनसे पांच सवालों के दोबारा जवाब देने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में शुक्रवार को पूर्व सीएम खुद 11 बजे चुनाव आयोग जाएंगे। इस दौरान दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी उनके साथ रहेंगे।
जहर वाले बयान वैमनस्य पैद कर सकते हैं
निर्वाचन आयोग के सचिव बीसी पात्रा ने पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल को भेजे पत्र में कहा, ‘आयोग ने प्रथम दृष्टया पाया है कि यमुना नदी में जहर डालने के बारे में आपके आरोप विभिन्न समूहों के बीच वैमनस्य और दुश्मनी को बढ़ावा देते हैं तथा सबसे गंभीर व्याख्या के आधार पर भी समग्र सार्वजनिक अव्यवस्था और अशांति को बढ़ावा देते हैं।’ इसमें कहा गया है कि सार्वजनिक व्यक्ति और एक पूर्व मुख्यमंत्री होने के रूप में, आयोग को आपको उन भयानक परिणामों की याद दिलाने की आवश्यकता नहीं है, जो आपके ऐसे कथनों और कार्यों के कारण हो सकते हैं।
पूर्व सीएम ने हरियाणा पर लगाया था आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल ने जनसभा के दौरान हरियाणा सरकार पर बड़ा आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि यमुना नदी में जहर मिलाया गया है। इसके बाद सियासत गर्म हो गई है। चुनाव आयोग ने केजरीवाल के इस बयान पर स्पष्टीकारण मांगा है। पहले जवाब से आयोग संतुष्ट नहीं हुआ था। इस कारण दोबारा नोटिस दिया। चुनाव आयोग ने केजरीवाल को दिए नोटिस में लिखा है कि जिन-जिन सवालों को उठाया गया है उसका सिलसिलेवार ढंग से उत्तर देना चाहिए।
इन पांच सवालों के जवाब आयोग ने मांगें
● हरियाणा सरकार द्वारा यमुना नदी में किस प्रकार का जहर मिलाया गया
● जहर की मात्रा कितनी है
● जहर की प्रकृति क्या है और पता लगाने के तरीके के बारे में सहायक साक्ष्य क्या है
● वह स्थान जहां जहर का पता चला
● जल बोर्ड के इंजीनियरों ने दिल्ली में जहरीले पानी के प्रवेश से रोकने के लिए क्या पद्धति अपनाई?