अरविंद केजरीवाल को आई धोबियों की याद, जीत के बाद क्या-क्या देने का वादा
- दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने धोबी समाज को याद करते हुए कई वादों का ऐलान किया। इसमें धोबी समुदाय कल्याण बोर्ड समेत कई वादे शामिल हैं। जानिए डिटेल।
आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले सभी दल वादों की घोषणाएं करने में जुटे हुए हैं। इस बार आप संयोजक अरविंद केजरीवाल को धोबियों की याद आई है। उन्होंने चुनाव जीतने के बाद धोबियों के लिए कई योजनाओं को लागू करने का ऐलान किया है। इससे पहले आज बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र के दूसरे हिस्से को जारी करते हुए कई योजनाओं का ऐलान किया था। आइए जानते हैं कि केजरीवाल ने किन वादों का ऐलान किया है।
धोबी समुदाय कल्याण बोर्ड के गठन का वादा
केजरीवाल ने कहा कि आप संयोजक और आम आदमी पार्टी के सीएम उम्मीदवार के तौर मैं धोबी समाज के लोगों द्वारा रखी गईं मांगो को कबूल करता हूं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनने पर दिल्ली सरकार धोबी समुदाय कल्याण बोर्ड का गठन करेगी। केजरीवाल ने कहा कि अभी कोई ऐसा प्लेटफॉर्म नहीं है, जो इनकी समस्याओं को सुनकर उसपर विचार करके लागू कर सके। इसके गठन से पूरी दिल्ली के धोबी समाज के लोग जाकर समस्या को बता सकते हैं।
धोबी के लाइसेंस और प्रेस करने की जगह से जुड़ा ऐलान
दिल्ली की अलग-अलग कॉलोनियों में प्रेस करने वाले थड्ड़े (जहां खड़े होकर प्रेस की जाती है) को नियमित किया जाएगा। अभी ये कई जगह पर नियमित नहीं है। इस कारण प्रशासन की तरफ से उन्हें प्रताड़ित किया जाता है। धोबियों के रुके हुए लाइसेंस को दोबारा जारी करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
काम के लिए घरेलू दरों पर मिलेगी बिजली की सुविधा
दिल्ली के अंदर धोबी समाज के लोगों को बिजली के रेट में छूट मिलेगी। उन्हें अपने प्रोफेशन (काम) के लिए बिजली और पानी के रेट कॉर्मशियल के बजाय डोमेस्टिक (घरेलू दरों) लगाए जाएंगे। बुजुर्ग धोबी के लिए भी एक कल्याणकारी योजना बनाई जाएगी। केजरीवाल ने कहा कि धोबी कल्याण बोर्ड ये तय करेगा कि रिटायर हुए धोबी के लिए क्या कल्याणकारी योजना बनानी है।
धोबी समाज के बच्चों और युवाओं के लिए ऐलान
धोबी समाज के बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए उचित स्कॉलरशिप का इंतजाम किया जाएगा। युवाओं को धोबी प्रोफेशन या अन्य प्रोफेशन के स्किल सीखने की ट्रेनिंग दी जाएगी। ताकि बच्चे अपने या अन्य प्रोफेशन की स्किल सीखकर अपने जीवन स्तर को बढ़ा सकें।