दिल्ली की समस्याओं से बड़ा है केजरीवाल का ईगो, इस्तीफा है ड्रामा; दिल्ली CM पर मनोज तिवारी का वार
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने तीखा वार किया है। उन्होंने कहा है कि उनके लिए अपना ईगो दिल्ली की समस्याओं से बड़ा है। उन्हें सत्ता का मोह है। इसके अलावा उन्होंने केजरीवाल के इस्तीफे को ड्रामा बताया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा देने के ऐलान पर सभी पार्टियों के नेता अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। बीजेपी ने उनपर छह महीने पहले इस्तीफा नहीं देने को लेकर निशाना साधा है। वहीं 48 घंटे के समय को लेकर भी हमला बोला है। अब दिल्ली से बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने आप संयोजक पर बड़ा वार करते हुए कहा है कि उनके लिए अपना ईगो दिल्ली की जनता की समस्याओं ृ से बड़ा है। उन्हें सत्ता का मोह है। इसके अलावा उन्होंने केजरीवाल के इस्तीफे को ड्रामा बताया है।
तिवारी ने कहा कि भारत के इतिहास में किसी भी मुख्यमंत्री को अदालत द्वारा पद से नहीं हटाया गया। सोशल मीडिया एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने कहा, 'भारत के इतिहास में, आपको कोई भी ऐसा मुख्यमंत्री नहीं मिलेगा जिसे अदालत द्वारा उसके पद से हटाया गया हो। इस देश में कानून और संविधान का राज है। यह इस्तीफा संवैधानिक रूप से उसी दिन होना चाहिए था जिस दिन वो जेल गए थे।'
तिवारी ने केजरीवाल की आलोचना करते हुए कहा 'आज केजरीवाल का ईगो उनके लिए बड़ा है। सत्ता में रहने का उनका मोह बड़ा है। शीशमहल-राजमहल में रहने का उनका इरादा बहुत बड़ा है। दिल्ली की समस्याएं उनके लिए बड़ी नहीं हैं। दिल्ली के लोगों का दर्द उनके लिए बड़ा नहीं है। मुझे पूरा विश्वास है कि मेरे दिल्ली के भाई-बहनों को ऐसे लोगों के भ्रमित करने वाले स्टेटमेंट को समझना है। ऐसे लोगों की राजनैतिक विदाई होनी चाहिए। जिससे दिल्ली को बचाया जा सके।'
मनोज तिवारी ने केजरीवाल के इस्तीफे के ऐलान को ड्रामा और स्क्रिपटेड गेम बताया है। उन्होंने कहा, '15 सितंबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं। आप लोग समझ रहे हैं, यह एक बहुत ही खूबसूरत स्क्रिप्टेड एक गेम है। लोगों को भ्रमित करने, इमोशनल करने और विक्टिम कार्ड लेना का। इन्हें लगता है कि जनता इसमें आ जाएगी और हम फिर से जनता को भ्रमित करने में सफल हो जाएंगे। लेकिन इसकी वजह कुछ और है। माननीय सुप्रीम कोर्ट ने एक तरह से मुख्यमंत्री को सस्पेंड कर दिया है। इन लोगों को अपना चेहरा बचाना है। इसलिए इस्तीफा, इस्तीफे की बात बहाना है।'