मुझे शीशमहल से प्यार नहीं; पहली बार बंगले पर बोले अरविंद केजरीवाल, कैलाश गहलोत पर भी चुप्पी तोड़ी
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पहली बार अपने बंगला विवाद पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा है कि उन्हें किसी शीशमहल या बंगले से प्यार नहीं है।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पहली बार अपने बंगला विवाद पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा है कि उन्हें किसी शीशमहल या बंगले से प्यार नहीं है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि वह सीएम आवास है और जब तक वह मुख्यमंत्री थे उस बंगले में रहे और जेल से निकलते ही सीएम पद के साथ वह बंगला भी छोड़ दिया।
अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को एबीपी न्यूज को दिए इंटरव्यू में शीशमहल से जुड़े आरोपों को लेकर जवाब दिया। एक सवाल के जवाब में पूर्व सीएम ने कहा, 'ना मुझे शीशमहल से प्यार है ना किसी बड़े मकान से प्यार है। आप खुद सोचिए मैं जेल में 177 दिन रहा। बहुत कठिन समय बिताया। एक काल कोठरी में रहा। यदि प्यार होता तो कुछ दिन और वहां का ऐशो आराम..., निकलते ही मैंने इस्तीफा दिया। पांच दिन के अंदर छोड़ दिया। मुझे कोई महल से प्यार नहीं। वह सीएम का घर है, जबतक सीएम था उस घर में था। जब एक्टिविस्ट था झुग्गियों में रहा। भगवान मुझे जिस रोल में रखेगा वहीं रखूंगा। सीएम तो सीएम के घर में रहेगा।'
भाजपा आरोप लगाती रही है कि केजरीवाल ने मुख्यमंत्री आवास में अपनी सुख सुविधा पर सरकारी खजाने से करोड़ों रुपए खर्च किए। लाखों के टॉयलेट सीट और पर्दे लगाने के आरोप लगाए जाते हैं। केजरीवाल अब तक इन आरोपों पर चुप्पी साधे रहे। हालांकि कई बार पार्टी की ओर से यह कहा गया कि मुख्यमंत्री आवास काफी जर्जर हो गया था और उसके मरम्मत की आवश्यकता थी।
कैलाश गहलोत पर क्या बोले
कैलाश गहलोत के आम आदमी पार्टी छोड़ने के बाद पहली बार केजरीवाल ने उनका नाम लेकर जवाब दिया। केजरीवाल से जब पूछा गया कि क्यों उनके साथी रहे कैलाश गहलोत ने शीशमहल का आरोप लगाया और पार्टी छोड़ दी, तो उन्होंने कहा, 'कैलाश गहलोत क्यों छोड़ गए यह सारा देश जानता है। लोग दूसरी पार्टियों से क्यों भाजपा में जाते हैं यह सबको पता है, पूरा देश जानता है। मुझे इस मामले में और कुछ नहीं कहना।'