AI कैमरों से नजर, सुरक्षा का होगा ऑडिट; काम पर लौटें डॉक्टर्स; AIIMS ने किए कई वादे
दिल्ली एम्स ने डॉक्टर्स से वापस काम पर लौटने की अनुरोध किया है। इसके लिए हड़ताल कर रहे डॉक्टर्स से कई वादे भी कि गए हैं। डॉक्टर्स के नहीं होने पर दूर-दूर से आए मरीजों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। एम्स में रोजाना करीब 18 से 20 हजार मरीज आते हैं।
कोलकाता की डॉक्टर के साथ दरिंदगी और हत्या के विरोध में दिल्ली के बड़े सरकारी अस्पतालों में बुधवार को लगातार 10वें दिन रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर रहे। जिसकी वजह से मरीज दर-दर भटक रहे हैं। वहीं डॉक्टर्स कार्यस्थल पर सुरक्षा की मांग को लेकर प्रदर्शन कर हैं। इसी बीच एम्स, दिल्ली के अधिकारियों ने अस्पताल में सुरक्षा ऑडिट की घोषणा की है।
बुधवार को एएनआई से बात करते हुए एम्स की प्रवक्ता डॉ. रीमा दादा ने कहा, 'हमारे ड्यरेक्टर एम. श्रीनिवास ने डॉक्टरों को सुरक्षा का आश्वासन दिया है। उन्होंने इसके लिए दो समितियां बनाई हैं। एक समिति उनकी तुरंत आ रही दिक्कतों का समाधान करेगी। वहीं एक आंतरिक सुरक्षा ऑडिट होगा।' उन्होने बताया कि डायरेक्टर ने डॉक्टर्स से तुरंत काम पर लौटने का अनुरोध किया है।
प्रवक्ता ने कहा, 'उन्होंने रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन से काम पर वापस आने का अनुरोध किया है, क्योंकि दूर-दूर से आए मरीजों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। हर दिन करीब 18,000 से 20,000 मरीज एम्स आते हैं। उन्हें दिक्कतें हो रही हैं।' डॉ. दादा ने कहा कि अधिकारी अस्पताल में उचित सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कर रहे हैं।
15 सदस्यीय समिति
एम्स प्रशासन ने संस्थान के अलग-अलग कैंपस का एक आंतरिक सुरक्षा ऑडिट करने का निर्णय लिया है और इसके लिए 15 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। समिति की अध्यक्षता जैवभौतिकी विभाग की प्रमुख डॉ. पुनीत कौर करेंगी। समिति में फैकल्टी, रेजिडेंट डॉक्टर, छात्र संघ, नर्स यूनियन और शोध करने वाले पीएचडी छात्रों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
संदिग्ध लोगों पर एआई कैमरों से नजर रखेंगे
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली प्रशासन ने हड़ताल कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों से मरीजों के हित में काम पर लौटने की अपील की है। उन्होंने कहा कि संस्थान एम्स परिसर के भीतर सुरक्षा उपायों का आकलन करने के लिए एक आंतरिक सुरक्षा ऑडिट करेगा और सुरक्षा के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से चलने वाले अत्याधुनिक कैमरे लगाएगा।
एम्स के निदेशक डॉक्टर एम श्रीनिवास के मुताबिक, एम्स के मातृ एवं शिशु ब्लॉक के प्रमुख प्रवेश और निकास बिंदुओं पर एआई सक्षम सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया गया है। ऐसे कैमरों से सभी संदिग्धों की पहचान की जा सकेगी। इससे सुरक्षा कर्मचारियों को बार-बार प्रवेश करने और बाहर जाने वाले व्यक्तियों की पहचान करने में मदद मिलेगी। ये कैमरे फेशियल रिकग्निशन यानी चेहरे को पहचानने की तकनीक से सक्षम होंगे।