चापड़ से गला काटा, आंखें फोड़कर भरे गेहूं-जौ और राई; दिल्ली में तांत्रिक क्रिया के लिए दी अधेड़ की बलि
दिल्ली के पालम इलाके में हुई हत्या के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया कि आरोपी ने तांत्रिक क्रिया के चलते 55 वर्षीय अधेड़ की बलि देने के लिए वारदात को अंजाम दिया था।
दिल्ली के पालम इलाके में हुई हत्या के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया कि आरोपी ने तांत्रिक क्रिया के चलते 55 वर्षीय अधेड़ की बलि देने के लिए वारदात को अंजाम दिया था।
पुलिस ने हत्या के आरोप में उत्तर प्रदेश के एटा से 27 वर्षीय कार्तिक को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने वारदात को अंजाम देने से पहले पालम में देवदास को शराब पिलाई थी। इसके बाद उसी के घर पर तांत्रिक क्रिया के लिए उसकी बलि चढ़ा दी। आरोपी ने बलि चढ़ाने के लिए कई दिन पहले से ही चापड़ खरीद कर रखा था। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि विशेष सिद्धि प्राप्त करने के लिए वह तांत्रिक क्रिया कर रहा था।
वकील दीपक त्यागी ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से इसका खुलासा होने के बाद पुलिस ने आरोपी को पूछताछ के लिए द्वारका कोर्ट से दो दिन की रिमांड पर लिया है।
चापड़ से गर्दन काट कर आंखें फोड़ीं : डॉक्टरों ने जब पोस्टमॉर्टम किया तो पता चला कि मृतक की आंखों में गेहूं, जौ और काली राई के दाने मौजूद हैं। डॉक्टरों मृतक के जले हुए सिर की भी जांच की, जिससे सामने आया कि सिर को धड़ से सिर्फ खून निकालने के लिए अलग किया गया था। उसके बाद तेल डाल कर जलाया गया है। पुलिस ने प्राथमिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद आरोपी से दोबारा से पूछताछ की तो उसने अधेड़ की बलि चढ़ाने की बात कबूल कर ली। आरोपी ने बताया कि वह विशेष सिद्धि प्राप्त करना चाहता था। तांत्रिक क्रिया में उसे बलि देनी थी, इसलिए उसने अधेड़ की हत्या कर दी।
पुलिस ने जब आरोपी को पकड़ा था तो उसने हत्या की बात कबूल करते हुए बताया था कि देवदास उसकी बेइज्जती करता था। उसका बदला लेने के लिए उसने वारदात को अंजाम दिया। आरोपी ने पहले बताया था कि वह पूरी रात शव के पास रहा था, जबकि जांच में सामने आया है कि मृतक के सिर में आग लगाने से घर में धुआं फैल गया। धुआं फैलने के बाद आरोपी ने पानी की मदद से आग बुझा दी और शव को कपड़ों में लपेट कर एक बारे में डाल कर रख दिया। इसके बाद में वह फरार हो गया।
गला काटने से पहले पिलाई थी शराब
आरोपी ने बताया कि वह अक्सर देवदास की इमारत में मोटर चलाने के लिए जाता था। उसे पता था कि देवदास की शादी नहीं हुई है और वह एक महिला के साथ बिना शादी किए ही रह रहा था। महिला आंध्र प्रदेश गई हुई थी और देवदास घर में अकेला था। आरोपी कार्तिक अक्सर देवदास के पास आता था। वारदात वाले दिन वह आया तो किसी को उस पर शक नहीं हुआ। बलि चढ़ाने से पहले आरोपी ने देवदास को शराब पिलाई थी। इसके बाद चापड़ से उसका गला काट दिया।