नोएडा एयरपोर्ट के पास घर बनाने को 350 लोगों की किस्मत चमकी, 14,374 आवेदन इस कारण हुए रद्द
यीडा ने चार सेक्टरों में 361 भूखंडों की योजना लॉन्च की थी, जिनके लिए 2,02,235 आवेदकों ने आवेदन किया था। ड्रॉ के लिए सिर्फ 1.87 लाख आवेदकों को ही सूची में शामिल किया, जबकि साढ़े 14 हजार आवेदन निरस्त कर दिए गए।
उत्तर प्रदेश के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास घर बनाने का सपना देखने वाले 1.87 लाख लोगों की किस्मत का फैसला गुरुवार को हो गया। यमुना प्राधिकरण(यीडा) की 361 आवासीय भूखंडों की योजना पर इंडिया एक्सपो मार्ट में सात घंटे तक ड्रॉ चला। 352 आवेदकों के ड्रॉ में नाम निकले। शेष नौ आवेदन आरक्षण के लिए फर्जी कंप्लीशन लगाने पर रद्द हो गए थे।
ड्रॉ में पारदर्शिता रखने के लिए ड्रॉ का यूट्यूब समेत कई सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर प्रसारण किया गया। सुबह करीब 10 बजे ड्रॉ की औपचारिक घोषणा की गई। स्कूली बच्चों के हाथों पर्ची निकलवाने का क्रम शुरू किया गया, जो शाम 5 बजे तक जारी रहा। आरक्षण की पर्चियों पर भी स्कूली बच्चों के हाथों से ही निकलवाई गईं।
भूखंड योजना में 1,87,577 आवेदकों की किस्मत का पर्ची से फैसला किया गया। ड्रॉ में सिर्फ एकमुश्त भुगतान करने वाले आवेदकों को ही शामिल किया गया। ड्रॉ की निगरानी के लिए हाईकोर्ट के तीन रिटायर्ड जजों के पैनल को आमंत्रित किया गया था।
पर्ची की जांच में हंगामा, पुलिस ने मौके पर व्यवस्था संभाली
300 मीटर के भूखंडों के ड्रॉ से पहले पर्ची की जांच के लिए आम लोगों को आमंत्रित किया गया था। इस दौरान एक युवक ने वहां हंगामा कर दिया। पुलिस ने उसे भीड़ से अलग कर मामला शांत कराया। वहां मौजूद लोगों की सहमति से बिना जांच के ही ड्रॉ की प्रक्रिया संपन्न कराने का निर्णय लिया गया। अन्य लोगों ने इसका विरोध किया, लेकिन अधिकारियों ने किसी की नहीं सुनी।
चुने गए आवेदकों को 60 दिन में पूरा भुगतान करना होगा
ड्रॉ में चुने गए आवेदकों को 60 दिन में भूखंड की पूरी कीमत का भुगतान करना होगा। 61वें दिन से जुर्माने का प्रावधान है। प्राधिकरण जल्द भूखंड आवंटन की प्रक्रिया पूरी कराने की तैयारी में है। एक सप्ताह में आवंटन पत्र डाक के जरिए दर्ज कराए गए पते पर भेजे जाएंगे। जिनका भूखंड नहीं निकल पाया है, उन्हें तीन कार्यदिवस में जमा की गई 10 फीसदी रकम खाते में वापस भेजी जाएगी।
चार सेक्टरों के 361 भूखंडों की योजना लॉन्च की थी
यीडा ने सेक्टर-16, 18, 20 और 22डी में 361 भूखंडों की योजना लॉन्च की थी। इसके लिए 2,02,235 आवेदकों ने आवेदन किया था। ड्रॉ के लिए सिर्फ 1.87 लाख आवेदकों को ही सूची में शामिल किया, जबकि साढ़े 14 हजार आवेदन निरस्त कर दिए गए। प्राधिकरण ने 14374 उन आवेदनों को निरस्त किया, जिन्होंने एकमुश्त के बजाय किस्तों में भुगतान का विकल्प चयनित किया था।