कुंभ पर करोड़ों खर्च, गंगासागर की तरफ देखते तक नहीं; ममता बनर्जी ने केंद्र पर लगाया बड़ा आरोप
- प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ से पहले सियासत तेज हो गई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि कुंभ मेले पर करोड़ों रुपए खर्च करने वाली सरकार गंगासागर पर ध्यान नहीं देती है।
महाकुंभ की तैयारियों के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर गंगासागर मेले को नजरंदाज करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार कुंभ के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है लेकिन गंगासागर तीर्थ की तरफ देखती तक नहीं है। हर साल एक करोड़ से ज्यादा तीर्थयात्रियों के आने का दावा करते हुए ममता ने सोमवार को मांग की है कि केंद्र गंगासागर मेले को राष्ट्रीय मेला घोषित करे।
ममता बनर्जी ने एक कार्यक्रम के दौरान सोमवार को कहा, "केंद्र सरकार कुंभ मेले के लिए कई हजार करोड़ रुपये का फंड मुहैया कराती है। हर साल एक करोड़ से अधिक लोग गंगासागर मेले में आते हैं। मैं उनसे बार-बार कहती रही हूं कि इसे राष्ट्रीय मेला घोषित करें, लेकिन अनुरोध अनसुना कर दिया जाता है।" उन्होंने कहा कि लोग कई रास्तों से कुंभ मेले में जा सकते हैं लेकिन गंगासागर मेले के लिए सागर द्वीप तक पहुंचना एक कठिन काम है। ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार तीर्थयात्रियों को सागर द्वीप तक आसानी से पहुंचने में मदद करने के लिए पुल बनाने के अपने वादे को पूरा करने में फेल रही है।
ममता बनर्जी ने कहा, "हम इस जगह को पुल से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने एक बार केंद्र सरकार से बात की थी। मंत्री ने पुल बनाने का वादा किया था। मैंने तीन से चार साल तक इंतजार किया और उन्होंने कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा है कि अब राज्य सरकार खुद के खर्चे पर इस पुल का निर्माण करवाएगी। टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा कि पुल को को पूरा करने में तीन से चार साल लगेंगे और इसकी लागत लगभग 1,500 करोड़ रुपये होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने गंगासागर मेले के लिए बुनियादी ढांचे को नया रूप दिया है और एक हेलीपैड भी बनाया है।