हाथ में मशाल और साइकिल रैली; कोलकाता कांड के 100 दिन, ट्रेनी डॉक्टर को न्याय दिलाने की जंग जारी
- मृतक की मां ने साइकिल सवारों में से एक को प्रतीकात्मक मशाल सौंपी और उन्हें आशीर्वाद दिया। प्रदर्शनकारियों ने मृतका का नाम अभया (निडर और अपराजित) रखा है।
कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में महिला चिकित्सक से दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में न्याय की मांग जारी है। इसे लेकर रविवार को 100 साइकिल सवारों ने श्यामबाजार इलाके से अस्पताल तक 10 किलोमीटर की रैली निकाली। ट्रेनी डॉक्टर के साथ यह घटना अगस्त में हुई थी। पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट के प्रदर्शनकारी चिकित्सकों के ‘अभय मंच’ और नागरिक समाज संगठनों के सदस्यों की ओर से यह साइकिल रैली निकाली गई, जो सोदेपुर ट्रैफिक मोड़ से शुरू हुई।
साइकिल रैली जहां से शुरू हुई वह स्थान मृतक ट्रेनी डॉक्टर के उत्तर 24 परगना जिले में घर से ज्यादा दूर नहीं है। साइकिल सवारों ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल से लगभग 200 मीटर दूर श्यामबाजार क्रॉसिंग तक पहुंचने के लिए बेलघिया, रथतला, डनलप और सिंथिर मोड़ जैसे विभिन्न स्थानों को पार किया। मृतक की मां ने साइकिल सवारों में से एक को प्रतीकात्मक मशाल सौंपी और उन्हें आशीर्वाद दिया। प्रदर्शनकारियों ने मृतका का नाम अभया (निडर और अपराजित) रखा है।
हर एक साइकिल सवार के हाथ में थी मशाल
रैली के दौरान प्रत्येक साइकिल सवार ने एक मशाल थामी हुई थी। साइकिल रैली का आयोजन नौ अगस्त को हुई घटना के 100 दिन बीत जाने के मौके पर किया था। वहीं, माकपा ने कहा कि 21 नवंबर को कोलकाता के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआई कार्यालय तक मार्च निकाला जाएगा। आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला चिकित्सक के साथ बलात्कार और उसकी हत्या के मामले की जांच शीघ्र पूरी करने की मांग होगी। यह मार्च कलकत्ता उच्च न्यायालय की ओर से मामले को केंद्रीय जांच एजेंसी को सौंपे जाने के 100वें दिन निकाला जाएगा। माकपा के पश्चिम बंगाल राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने कहा कि मार्च का उद्देश्य जांच में कथित देरी की ओर ध्यान आकर्षित करना और पीड़िता के लिए न्याय की मांग करना है।