यहां बैठे कई सदस्य ओवरवेट हैं, जांच करानी चाहिए; संसद में ऐसा क्यों बोल पड़े जे पी नड्डा
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री शुक्रवार को संसद में स्वास्थ्य को लेकर सरकार के अलग-अलग प्रयासों पर चर्चा कर रहे थे। इस दौरान नड्डा ने कहा कि लोकसभा में बैठे कई सदस्य ओवरवेट हैं और उन्हें एक बार जांच जरूर करानी चाहिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में ही देश भर के लोगों से मोटापे के खिलाफ जंग छेड़ने अपील की थी। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा शुक्रवार को संसद में बैठे सदस्यों को इस पर नसीहत देते नजर आएं। नड्डा ने लोकसभा सदस्यों से साल में कम से कम एक बार पूरी स्वास्थ्य जांच कराने की अपील करते हुए कहा कि यहां कई सदस्य हैं जो आवश्यकता से अधिक वजन वाले हैं। स्वास्थ्य मंत्री प्रश्नकाल में स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे।
जे पी नड्डा ने प्रश्नों का जवाब देते हुए कहा, ‘‘हम आप सभी के स्वास्थ्य की चिंता रखते हैं। मेरा सभी सदस्यों से आग्रह है कि साल में कम से कम एक बार पूरी स्वास्थ्य जांच जरूर कराएं और इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय तैयार बैठा है।’’ इस पर ओम बिरला मजाकिया मूड में नजर आएं। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंत्री से कहा, ‘‘आप तो सदस्यों से कहें कि वे अपने क्षेत्र की जनता की स्वास्थ्य जांच कराएं।’’ इस पर मंत्री ने कहा कि जनता की जांच तो जरूरी है ही, लेकिन सदस्यों को भी अपनी मेडिकल जांच करानी चाहिए। उन्होंने कहा, “यहां बैठे कई सदस्य ‘ओवरवेट’ हैं।’’
35 करोड़ लोगों की हुई जांच
इस दौरान नड्डा ने देश में कैंसर और टीबी समेत अलग-अलग बीमारियों की स्क्रीनिंग के लिए चलाए जा रहे अभियानों की जानकारी देते हुए बताया है कि सरकार ने आयुष्मान आरोग्य मंदिर के तहत 30 साल से अधिक उम्र के सभी नागरिकों के लिए स्वास्थ्य जांच का अभियान शुरू किया है। इसमें उच्च रक्तचाप, मधुमेह और कैंसर की निशुल्क स्क्रीनिंग की जाती है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अभियान शुरू होने के बाद से अब तक 35 करोड़ लोगों की जांच की गई है, जिनमें से 4.2 करोड़ लोग उच्च रक्तचाप और 2.6 करोड़ लोग मधुमेह से पीड़ित पाए गए। उन्होंने कहा कि 29.35 करोड़ लोगों की कैंसर की जांच की गई, जिनमें से 1.18 करोड़ लोगों में कैंसर पाया गया।वहीं देश में टीबी उन्मूलन से संबंधित एक पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए नड्डा ने कहा कि अब एक ऐसी मशीन से टीबी स्क्रीनिंग शुरू की गई जो एक साथ 32 नमूनों की स्क्रीनिंग कर सकती है।
आयुष्मान कार्ड पर भी बोले
इस बीच भारतीय जनता पार्टी की सांसद हेमा मालिनी ने आयुष्मान कार्ड होते हुए भी कुछ अस्पतालों में मरीजों को इलाज से इनकार किए जाने का दावा किया। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ अस्पतालों में मरीजों को बिस्तर नहीं होने या कुछ दस्तावेज नहीं होने के बहाने इलाज से मना कर दिया जाता है, वहीं पैसे लेकर इलाज कर दिया जाता है।’’ इस पर स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने कहा कि देश में 63 करोड़ से अधिक लोगों को आयुष्मान योजना के तहत मुफ्त उपचार की सुविधा मिल रही है और यह दुनिया की इस तरह की सबसे बड़ी योजना है। उन्होंने कहा कि किसी सदस्य के पास इसके संबंध में कोई ऐसा मामला है तो अलग से बता सकते हैं जिस पर सरकार कार्रवाई करेगी।