असम में अतिक्रमण हटाने के दौरान पुलिस की गोलीबारी, दो की मौत; CM ने कांग्रेस पर फोड़ा ठीकरा
- सोनापुर अंचल कार्यालय और पुलिस की एक टीम जिले के कोचुटोली गांव में बंगाली भाषी मुस्लिम ग्रामीणों से भूमि खाली कराने गई थी। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों को पहले भी यहां से हटाया गया था, लेकिन वे यहां फिर आ गए।
असम के कामरूप (महानगर) जिले में बृहस्पतिवार को कथित तौर पर अतिक्रमण करने वालों को हटाने के दौरान भीड़ ने पुलिसकर्मियों और अधिकारियों पर हमला कर दिया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने गोली चलायी जिसमें दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई। अधिकारियों ने दावा किया कि भीड़ के हमले में कई अधिकारी और सुरक्षाकर्मी भी घायल हो गए जिसके बाद पुलिस को गोलियां चलानी पड़ीं।
उन्होंने बताया कि सोनापुर अंचल कार्यालय और पुलिस की एक टीम जिले के कोचुटोली गांव में बंगाली भाषी मुस्लिम ग्रामीणों से भूमि खाली कराने गई थी। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों को पहले भी यहां से हटाया गया था, लेकिन वे यहां फिर आ गए। अधिकारी ने बताया कि महिलाओं समेत ग्रामीणों ने अधिकारियों और पुलिसकर्मियों पर धारदार हथियारों, लाठियों और पत्थरों से हमला कर दिया, जिससे एक मजिस्ट्रेट और 20 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए। उन्होंने बताया कि घटना में एक पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया।
उन्होंने बताया कि पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए गोली चलानी पड़ी। गोलीबारी में दो अतिक्रमणकारी घायल हो गए और उन्हें सोनापुर जिला अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान जुबाहिर अली और हैदर अली के रूप में हुई है। सोनापुर के सर्किल अधिकारी नितुल खटानियार, पुलिस उपायुक्त (पूर्व) मृणाल डेका और सोनापुर पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी हीरक ज्योति सैकिया भी घायलों में शामिल हैं।
खुद असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि दो लोगों की मौत हुई है। उन्होंने इसके लिए कांग्रेस पर ठीकरा फोड़ा। सीएम ने कहा, "बेदखली अभियान शांतिपूर्ण तरीके से चला। सुबह जब कांग्रेस ने बेदखली अभियान का विरोध करना शुरू किया तो स्थिति और बिगड़ गई और बड़ी संख्या में लोगों ने लाठी-डंडों के साथ आज इलाके में गई पुलिस और सरकारी अधिकारियों की टीम पर हमला कर दिया। 22 पुलिसकर्मी और एक राजस्व मंडल अधिकारी घायल हो गए। पुलिस ने भी गोलियां चलाईं और दो लोगों की मौत हो गई तथा सात अन्य घायल हो गए..."
इससे पहले एक प्रत्यक्षदर्शी ने दावा किया कि 50 से अधिक लोग घायल हो गए, जिन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया। एक अन्य अधिकारी ने दावा किया कि मामूली रूप से घायल कई लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। गांव में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं तथा पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। अधिकारी ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन पूरे क्षेत्र में तनाव है।