यूपी की शहजादी के बाद दो और भारतीयों को UAE में फांसी, किस केस में मिली सजा-ए-मौत
- यूएई में हत्या के अलग-अलग मामलों में दोषी पाए गए दो भारतीय नागरिकों को फांसी दे दी गई है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसकी पुष्टि कर दी है। इससे पहले यूपी की शहजादी को फांसी दी गई थी।

पिछले महीने यूपी के बांदा की शहबाजी के यूएई में फांसी का मामला सामने आया था। अभी इस पर बवाल थमा भी नहीं था, दो और भारतीयों को यूएई में फांसी दे दी गई है। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को मामले की पुष्टि कर दी है। सजा-ए-मौत पाने वाले दोनों लोग केरल के निवासी थे। उन पर हत्या का मामला दर्ज था।
यूएई में हत्या के अलग-अलग मामलों में दोषी पाए गए दो भारतीय नागरिकों को फांसी दे दी गई है। भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने गुरुवार को इस बात की पुष्टि की। दोनों दोषियों की पहचान केरल के मुहम्मद रिनाश अरंगिलोट्टू और मुरलीधरण पेरुमथट्टा वालप्पिल के रूप में हुई है।
MEA के अनुसार, दोनों की सजा को यूएई की सर्वोच्च अदालत, कोर्ट ऑफ कैसेशन ने बरकरार रखा था, जिसके बाद उन्हें फांसी दी गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुहम्मद रिनाश को एक अमीराती नागरिक की हत्या का दोषी पाया गया था, जबकि मुरलीधरण पर एक भारतीय नागरिक की हत्या का आरोप था।
इस मामले को लेकर भारतीय अधिकारियों ने कानूनी मदद की प्रक्रिया अपनाई थी, लेकिन अदालत ने दोषियों की सजा को बरकरार रखा। यूएई में क़ानूनी प्रक्रिया के तहत मौत की सजा बेहद सख्त मानी जाती है और अपराध साबित होने पर इसमें राहत मिलने की संभावना कम होती है।
शहजादी को फांसी
शहजादी खान (33) को अबू धाबी में चार महीने के बच्चे की कथित तौर पर हत्या को लेकर 15 फरवरी को फांसी दी गई थी। शहजादी उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के गोयरा मुगलई गांव की रहने वाली थी। शहजादी के पिता शब्बीर खान ने ‘पीटीआई-वीडियो’ से कहा,‘‘उसे न्याय नहीं मिला, सर। हमने अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया।’’ शब्बीर खान ने कहा, ‘‘हमने भारत सरकार से संपर्क किया और कई जगहों पर आवेदन दिये, लेकिन हमारे पास न तो पैसे थे और न ही वहां जाकर वकील करने का कोई साधन था। सरकार ने हमारा साथ नहीं दिया।’’
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।