9 महीने बाद धरती पर लौटीं सुनीता विलियम्स अब आएंगी भारत, चचेरी बहन ने किया कन्फर्म
- सुनिता विलियम्स और बुच विलमोर ने 5 जून 2024 को बोइंग स्टारलाइनर के पहले मानव मिशन के तहत अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा की थी।

भारतीय मूल की नासा अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स आज सुबह पृथ्वी पर सुरक्षित लौट आईं। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर नौ महीने रहने के बाद सुनीता विलियम्स पृथ्वी पर लौटी हैं। सुरक्षित लैंडिंग के बाद उनके गुजरात स्थित पैतृक गांव के निवासी बेहद खुश नजर आ रहे हैं। सुनीता की चचेरी बहन फाल्गुनी पंड्या ने कहा कि यह एक "अविस्मरणीय पल" था।
स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान से सुनिता और उनके सहयोगी बुच विलमोर ने फ्लोरिडा के तट पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की। उनकी चचेरी बहन फाल्गुनी पंड्या ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा, "हम बहुत खुश हैं कि वह सुरक्षित लौट आई हैं। अब हम साथ में छुट्टियों पर जाने की योजना बना रहे हैं और परिवार के साथ समय बिताएंगे।"
सुनिता विलियम्स भारत आएंगी
फाल्गुनी पंड्या ने पुष्टि करते हुए कहा कि सुनिता विलियम्स जल्द ही भारत की यात्रा करेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें एक पत्र लिखकर शुभकामनाएं दीं और कहा कि भारत उनकी यात्रा का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने पत्र में लिखा, "1.4 अरब भारतीयों को आपकी उपलब्धियों पर गर्व है। आपकी प्रेरणादायक दृढ़ता और साहस हाल की घटनाओं में एक बार फिर साबित हुई है।" उन्होंने यह भी बताया कि जब वह अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन से मिले थे, तब उन्होंने सुनिता विलियम्स की कुशलक्षेम के बारे में जानकारी ली थी।
क्या सुनीता विलियम्स फिर से अंतरिक्ष में जाएंगी या मंगल ग्रह पर उतरने वाली पहली व्यक्ति बनेंगी? इस पर सुनीता की चचेरी बहन ने कहा कि यह "उनकी मर्जी पर निर्भर" करेगा। उन्होंने कहा, "वह हम सभी के लिए एक आदर्श हैं।" मेहसाणा जिले में झूलासण गांव के निवासी उत्साह से भरे हुए हैं। यह गांव विलियम्स के पिता दीपक पांड्या का पैतृक गांव है। सुनीता विलियम्स के पिता दीपक पांड्या 1957 में अमेरिका चले गए थे।
नौ महीने अंतरिक्ष में बिताने के बाद घर वापसी
सुनिता विलियम्स और बुच विलमोर ने 5 जून 2024 को बोइंग स्टारलाइनर के पहले मानव मिशन के तहत अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा की थी। यह मिशन केवल कुछ दिनों का होना था, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण स्टारलाइनर को वापसी के लिए अनुपयुक्त पाया गया, जिससे दोनों अंतरिक्ष यात्री आईएसएस में फंस गए। बाद में नासा ने स्पेसएक्स-नासा क्रू-9 मिशन में बदलाव कर, एक विशेष उड़ान से उन्हें वापस लाने का फैसला किया। क्रू-10 टीम ने हाल ही में आईएसएस में पहुंचकर उनके लिए वापसी का रास्ता साफ किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि सुनिता की मां बॉनी पंड्या उनके लौटने का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं। साथ ही, उन्होंने उनके दिवंगत पिता दीपक पंड्या को याद करते हुए कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि उनके आशीर्वाद आपके साथ हैं।" भारत और दुनियाभर के वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष प्रेमियों के लिए सुनिता विलियम्स की यह सफल वापसी बेहद प्रेरणादायक है। अब सबकी निगाहें उनकी आगामी भारत यात्रा पर टिकी हैं।