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अकाल तख्त ने सुखबीर बादल को घोषित किया तनखैया, बचने का अब एक ही रास्ता

अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने शुक्रवार को अपना फैसला सुनाया। उन्होंने कहा, 'पंजाब का उपमुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष रहते हुए सुखबीर बादल ने कुछ ऐसे फैसले लिए हैं, जिन्होंने पंथ की छवि को गहरी चोट पहुंचाई है और शिअद को काफी कमजोर किया है।

Nisarg Dixit लाइव हिन्दुस्तानFri, 30 Aug 2024 08:31 AM
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पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को अकाल तख्त की नाराजगी का सामना करना पड़ा रहा है। उन्हें तनखैया यानी धार्मिक कदाचार का दोषी घोषित किया गया है। खास बात है कि साल 2007 से लेकर 2017 के बीच शिरोमणि अकाली दल और इसकी सरकार में हुईं गलतियों के चलते अकाल तख्त ने यह फैसला लिया है। हालांकि, बादल ने ऐलान कर दिया है कि वह जल्द ही माफी मांगने पहुंचेंगे।

अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने शुक्रवार को अपना फैसला सुनाया। उन्होंने कहा, 'पंजाब का उपमुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष रहते हुए सुखबीर बादल ने कुछ ऐसे फैसले लिए हैं, जिन्होंने पंथ की छवि को गहरी चोट पहुंचाई है और शिअद को काफी कमजोर किया है। इसने सिखों के हितों को भी चोट पहुंचाई है।'

उन्होंने कहा, 'साल 2007 से 2017 के बीच उनकी सरकार में मंत्री रहे सिखों को भी व्यक्तिगत रूप से अकाल तख्त के सामने पेश होने और 15 दिनों के अंदर लिखित में सफाई देने के निर्देश दिए जाते हैं।' उन्होंने कहा, 'जब तक सुखबीर बादल एक विनम्र सिख की तरह तख्त साहिब के सामने पेश नहीं होते और गुरु ग्रंथ साहिब, सिख संगत और पंज सिंह साहिबान की मौजूदगी में माफी नहीं मांगते, तब तक उन्हें तनखैया घोषित किया जाता है।'

इससे पहले पंज सिख साहिबान ने मुलाकात की थी और शिअद नेता की तरफ से लिखित में मांगी गई माफी पर चर्चा की गई थी। उस बैठक की अध्यक्षता अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने की थी। सुखबीर 24 जुलाई को लिखित में माफी लेकर पेश हुए थे और उन्होंने ज्ञानी रघबीर सिंह को इसे सौंपा था।

क्या आरोप

उनके खिलाफ डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ दर्ज ईशनिंदा का केस वापस लेने, बरगारी में बेअदबी के दोषियों को और कोटकपूरा और बेहबाल कलां गोलीबारी के पुलिसकर्मियों को सजा देने में असफल रहने, विवादित आईपीएस अधिकारी सुमेध सिंह सैनी के पंजाब का डीजीपी बनाने समेत कई आरोप हैं।

क्या बोले बादल

बादल ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, 'वाहे गुरु जी का खालसा, वाहे गुरु जी की फतेह। मीरी पीरी के शीर्ष स्थान श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से जारी आदेश को दास सिर झुकाकर स्वीकार करता है। आदेश के हिसाब से मैं जल्द ही श्री अकाल तख्त साहिब में पेश हो जाऊंगा और माफी की मांगूंगा।'

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