किसकी हिम्मत कि जाटों के कंधों का मजाक उड़ाए! यह मसला संवेदनशील है; भाजपा का जाट कार्ड जारी
संबित पात्रा ने कहा, 'मेरे पिता जी भी उम्रदराज हैं। मैं उन्हें देखता हूं तो लगता है कि उनके कंधे थोड़े से झुक गए हैं। क्या एक बेटा अपने पिता के कंधे झुकने का मजाक बना सकता है? यह शर्मनाक है।'
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी की ओर से उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री करने और राहुल गांधी द्वारा वीडियो बनाने के मामले में भाजपा विपक्ष को बख्शने के मूड में नहीं है। गुरुवार को एक बार फिर भाजपा ने इस पर जाट कार्ड चला और विपक्ष को नतीजे भुगतने की बात कही। पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि आखिर किसकी हिम्मत है, जो यह जाटों के कंधे झुकने की बात करें। पात्रा ने कहा कि वाइस प्रेसिडेंट जगदीप धनखड़ के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया है, वह सिर्फ राजनीतिक मसला नहीं है। भारत जैसे देश में यह एक संवेदनशील मामला है, भावनात्मक बात है।
संबित पात्रा ने कहा, 'मेरे पिता जी भी उम्रदराज हैं। मैं उन्हें देखता हूं तो लगता है कि उनके कंधे थोड़े से झुक गए हैं। क्या एक बेटा अपने पिता के कंधे झुकने का मजाक बना सकता है? हो सकता है कि उनके कंधे झुक गए हों, रीढ़ की हड्डी झुक गई हो, लेकिन क्या कोई संतान अपने बुजुर्गों का मजाक बना सकती है। संसद की सीढ़ियों पर यह हुआ है, जो मंदिर की सीढ़ियां हैं और हिन्दुस्तान की सभ्यता की सीढ़ियां हैं। वहां जब सांसद उपराष्ट्रपति की बॉडी शेमिंग करते हैं तो यह गलत है।'
यही नहीं चेतावनी भरे लहजे में पात्रा ने कहा कि एक बात कान खोलकर सुन लो कि जाटों के कंधों का मजाक उड़ाना मना है। फौलाद के कंधे हैं जाटों के। जब भी मां भारती को जरूरत रही है, हमारे जाट भाइयों ने फौलाद के कंधों के साथ सीना तानकर खड़े रहे हैं। हम आगाह करते हैं कि जाट भाइयों के कंधों का मजाक न उड़ाएं। उनकी रीढ़ की हड्डी झुक नहीं सकती। इसकी मिमिक्री करने की कोशिश करना अपमानजनक और दुखद है। यह राष्ट्रीय शौर्य के साथ खिलवाड़ है। इन लोगों ने छोड़ा ही किसे है। हमारी उच्च विचारों वाली और साधारण आदिवासी परिवार की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का मजाक बनता है। उन्हें राष्ट्रपत्नी कहा जाता है।
कांग्रेस के जाट नेताओं को ललकारा, पूछा- कंधे झुकने की बात पर क्या कहोगे
पात्रा ने कांग्रेस नेताओं रणदीप सुरजेवाला, भूपिंदर हुड्डा का नाम लेते हए कहा कि आप लोग क्या खड़े होकर कह सकते हैं कि जाटों के कंधे झुक सकते हैं। क्या ऐसे लोगों की बात को बर्दाश्त किया जा सकता है। ममता बनर्जी ने भी कहा कि इस पूरे मामले के लिए राहुल गांधी ही जिम्मेदार हैं। उन्होंने जिस तरह का व्यवहार किया है, उससे पता चलता है कि यह प्लानिंग के साथ हुआ था।