स्टेपल वीजा क्या है, भारत और चीन के बीच इसे लेकर क्यों मचा बवाल? जानें हर सवाल का जवाब
विदेश यात्रा के लिए पासपोर्ट और वीजा की जरूरत पड़ती है। दूसरे देश में दाखिल होने से पहले इमीग्रेशन ऑफिसर पासपोर्ट पर मोहर लगाता है। यह मोहर इसलिए लगाई जाती है ताकि व्यक्ति के आगमन का मकसद पता चले।

भारत ने चीन की ओर से अरुणाचल प्रदेश के कुछ खिलाड़ियों को स्टेपल वीजा जारी किए जाने को अस्वीकार्य बताया है। भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि देश ऐसे कदमों का जवाब देने का अधिकार रखता है। मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत पहले ही इस मामले पर चीनी पक्ष के समक्ष अपना कड़ा विरोध दर्ज करा चुका है। उन्होंने कहा, 'यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है और हमने चीनी पक्ष के समक्ष कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। भारत ऐसे कदमों का समुचित जवाब देने का अधिकार रखता है।'
वहीं, कांग्रेस के सीनियर नेता शशि थरूर ने चीन की ओर से अरुणाचल प्रदेश के कुछ खिलाड़ियों को नत्थी वीजा जारी किए जाने की निंदा की। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को भी यहां आने वाले तिब्बत के हर व्यक्ति के लिए स्टेपल वीजा (नत्थी वीजा) जारी करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि भारत को यह भी स्पष्ट कर देना चाहिए कि जब तक तिब्बत और भारत के बीच विवादित सीमा का समाधान नहीं हो जाता, तब तक तिब्बतवासियों को नत्थी वीजा ही जारी किया जाएगा। भारत और चीन के बीच गहराते इस विवाद के बीच हम आपको स्टेपल वीजा के बारे में बता रहे हैं...
क्या है स्टेपल वीजा
विदेश यात्रा के लिए पासपोर्ट और वीजा की जरूरत पड़ती है। किसी दूसरे देश में दाखिल होने से पहले इमीग्रेशन ऑफिसर पासपोर्ट पर मोहर लगाता है। यह मोहर इसलिए लगाई जाती है ताकि व्यक्ति के आगमन का मकसद पता चल सके। मगर, जब नॉर्मल वीजा के बजाय स्टेपल वीजा जारी किया जाता है तो चीजें कुछ बदल जाती हैं। स्टेपल वीजा के दौरान पासपोर्ट पर मोहर नहीं लगाई जाती हैछ। इसकी जगह पासपोर्ट के साथ एक अन्य कागज स्टेपल (नत्थी) किया जाता है। पेपर को अलग से स्टेपल किए जाने के चलते ही इसे स्टेपल वीजा कहा जाता है।
आपको बता दें कि स्टेपल वीजा जारी हो जाने पर मुहर पासपोर्ट के बजाय अलग से लगे कागज पर लगाई जाती है। इस पेपर पर व्यक्ति के उस देश में यात्रा की डिटेल लिखी होती है। व्यक्ति जब अपना काम खत्म कर लौटता है तो उसके स्टेपल वीजा, इंट्री और आउटिंग टिकट को फाड़ दिया जाता है। यानी उसके पासपोर्ट पर इस यात्रा का कोई रिकॉर्ड दर्ज नहीं किया जाता है। इसे लेकर भी विरोध की आवाजें उठती हैं। मालूम हो कि नॉर्मल वीजा होने पर ऐसा नहीं होता है।
कौन से देश जारी करते हैं स्टेपल वीजा?
स्टेपल वीजा कई देशों की ओर से जारी किया जाता है। क्यूबा, ईरान, सीरिया और उत्तर कोरिया जैसे देश चीन और वियतनाम के लोगों को पहले स्टेपल वीजा जारी करते थे। हालांकि, एक समझौते के बाद इन देशों ने चीन और वियतनाम के नागरिकों को स्टेपल वीजा देना बंद कर दिया। बता दें कि यह पहला मौका नहीं है कि जब चीन ने अरुणाचल प्रदेश के भारतीय खिलाड़ियों को स्टेपल वीजा दिया है। 2011 में भी चीन ने कराटे टीम के 5 खिलाड़ियों को स्टेपल वीजा जारी किया था। रिपोर्ट के मुताबिक, बीजिंग ने 2008-09 में जम्मू और कश्मीर के लोगों स्टेपल वीजा देना शुरू किया। एक कश्मीरी व्यक्ति ने दावा किया कि उसे नई दिल्ली में चीनी दूतावास से स्टेपल वीजा जारी हुआ था और 2009 में उसे यात्रा करने से रोक दिया गया।