क्या है 'जी-Pay' पोस्टर, कैसे करता है काम? चुनावों में PM मोदी के खिलाफ DMK का हाईटेक दांव
Lok Sabha Election: राज्यभर में ये पोस्टर तब जारी किए गए हैं, जब एक दिन पहले ही PM मोदी ने राज्य के वेल्लौर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए DMK और कांग्रेस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।
सभी राजनीतिक दल लोकसभा चुनाव के प्रचार में जोर-शोर से जुटे हैं। ऐसे में तमिलनाडु की सत्ताधारी द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) ने राज्यभर में हाईटेक पोस्टर रिलीज किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की पार्टी ने पीएम की तस्वीर वाले 'जी-Pay' पोस्टर चिपकाए हैं, जिस पर बार कोड छपा है। उस बार कोड को मोबाइल में स्कैन कर पीएम मोदी के खिलाफ सियासी आरोपों के वीडियोज देखे जा सकते हैं।
इन पोस्टर पर लिखा है, "स्कैन करें और घोटालों को पढ़ें।" इसमें QR कोड की जगह प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर छपी हुई है। जैसे ही कोई शख्स अपने मोबाइल से इस कोड को स्कैन करता है, उसके मोबाइल में एक पॉप अप वीडियो खुल जाता है। उस वीडियो में इलेक्टोरल बॉन्ड घोटाले का उल्लेख किया गया है। डीएमके इस घोटाले का आरोप भाजपा पर लगाती रही है।
राज्यभर में ये पोस्टर तब जारी किए गए हैं, जब एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के वेल्लौर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सत्ताधारी डीएमके और कांग्रेस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को डीएमके पर तीखा हमला बोलते हुए उस पर ‘घृणा और विभाजनकारी राजनीति’ में लिप्त होने, भ्रष्टाचार का पर्याय होने और राज्य के विकास की कोई चिंता नहीं करने का आरोप लगाया था।
लोकसभा चुनाव के तहत 19 अप्रैल को होने वाले मतदान से पहले राज्य के वेल्लोर और मेट्टुपलयम में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की भी कड़ी आलोचना की तथा उसे और डीएमके को पारिवारवादी दल बताया था। उन्होंने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर डीएमके को आड़े हाथ लेते हुए कहा था कि इस मुद्दे पर ‘पहला कॉपीराइट’ सत्तारूढ़ पार्टी के पास है तथा मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के ‘परिवार’ का इरादा राज्य को ‘लूटने’ का है।
पीएम मोदी ने डीएमके पर ‘एक पारिवारिक कंपनी’ होने का आरोप लगाया, जो ‘पुरानी सोच’ के कारण राज्य के युवाओं की प्रगति में बाधा बन रही है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करते हुए उन्होंने वेल्लोर की रैली में कहा, ‘‘भ्रष्टाचार पर द्रमुक का पहला कॉपीराइट है, पूरा परिवार तमिलनाडु को लूट रहा है।’’
द्रमुक पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इसके तीन मानदंड हैं- पारिवारिक राजनीति, भ्रष्टाचार और तमिल संस्कृति का विरोध। उन्होंने कहा, ‘‘द्रमुक लोगों को भाषा, क्षेत्र, धर्म और जाति के आधार पर बांटती है। वह जानती है कि जिस दिन लोग इसे पहचान जाएंगे, उसे एक भी वोट नहीं मिलेगा। मैंने द्रमुक की दशकों पुरानी खतरनाक राजनीति का पर्दाफाश करने का फैसला किया है।’’
मोदी ने आरोप लगाया कि एक तरफ देश ‘मेक इन इंडिया’ पहल के साथ प्रगति कर रहा है लेकिन द्रमुक उन लोगों के साथ खड़ी है जो देश में निवेश को खत्म करना चाहते हैं। मोदी ने कांग्रेस पर ‘भेदभाव और बंटवारे का खतरनाक खेल खेलने’ का आरोप लगाया और कहा कि यही काम तमिलनाडु में द्रमुक करती है। उन्होंने दावा किया कि केंद्र सरकार ने तमिलनाडु में करोड़ों घरों में पाइप से पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की है लेकिन सत्तारूढ़ द्रमुक ने इसे पार्टी के कार्यकर्ताओं या मतदाताओं के लिए प्राथमिकता दी।