Unacademy ने कर दी 1,000 कर्मचारियों की छंटनी, कई लोगों को दो महीने पहले ही मिली थी नौकरी
ऑनलाइन एजुकेशन के लिए मशहूर कंपनी अनअकैडमी ने अपने 1,000 कर्मचारियों की अचानक छंटनी कर दी है। इनमें कई कर्मचारी कंपनी के पेरोल पर थे, जबकि बड़ी संख्या में कॉन्ट्रैक्चुअल स्टाफ भी था।

ऑनलाइन एजुकेशन के लिए मशहूर कंपनी अनअकैडमी ने अपने 1,000 कर्मचारियों की छंटनी कर दी है। इनमें कई कर्मचारी कंपनी के पेरोल पर थे, जबकि बड़ी संख्या में कॉन्ट्रैक्चुअल स्टाफ भी था। कंपनी की ओर से बीते कुछ सप्ताह में इन लोगों को नौकरी से बाहर किया गया है। कंपनी ने जिन लोगों की छंटनी की है, उनमें से काफी लोग प्रेपलैडर के लिए काम करते थे, जिसका कंपनी ने 2020 में ही अधिग्रहण किया था। बेंगलुरु स्थित कंपनी ने 600 कर्मचारियों को बीते सप्ताह हटा दिया था। इसके अलावा 400 अन्य लोगों को बीते कुछ दिनों में हटाया गया है।
कंपनी का कहना है कि उसने कॉस्ट कटिंग के लिए यह फैसला लियाहै। अनअकैडमी का कहना है कि उसके वेंचर की फंडिंग में स्लोडाउन की स्थिति है और मौजूदा आर्थिक माहौल खराब है। बीते साल अगस्त में अनअकैडमी की कुल वैल्यूएशन 3.4 अरब डॉलर आंकी गई थी। पूरे मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा, 'अनअकैडमी खर्च में कटौती करने की प्लानिंग कर रही है और इसी के चलते हर सेंटर में खर्च कम करने वाले कदम उठाए जा रहे हैं।' कंपनी की ओर से जिन 1,000 लोगों को नौकरी से हटाया गया है, उनमें से 300 कर्मचारी एजुकेटर के तौर पर काम कर रहे थे। इसके अलावा अन्य लोग सेल्स, बिजनेस और अन्य कामों में लगे थे।
इनमें से ज्यादातर कर्मचारी कॉन्टेंट सेल्स और बिजनेस डिवेलपमेंट सेक्शन में काम कर रहे थे। इस छंटनी से पहले अनअकैडमी में कुल 6,000 कर्मचारी थे। इनमें से बड़ी संख्या उन लोगों की भी है, जिन्हें क़ॉन्ट्रैक्ट पर नौकरी दी गई है। नौकरी से हटाए गए लोगों ने कंपनी के इस कदम को लेकर कहा है कि उन्हें इस बारे में पहले से कोई जानकारी ही नहीं थी। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें उनकी परफॉर्मेंस के बारे में कोई फीडबैक नहीं दिया गया था। इसके अलावा कई लोगों ने नाम उजागर न करने की शर्त पर कहा कि हायरिंग के दो महीनों के अंदर ही उन्हें नौकरी से हटा दिया गया।