Vande Bharat: जो कभी नहीं हुआ वह अब होगा, वंदे भारत के जरिए भारत देगा चीन को टेंशन; यात्रियों की हो जाएगी मौज
Sikkim Vande Bharat: वंदे भारत को सिक्किम में भी दौड़ाने की प्लानिंग चल रही है। अगर ऐसा हुआ तो यह रेलवे के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव होगा। ऐसा होने से पूर्वोत्तर भारत की कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी।
देश भर के अलग-अलग राज्यों में चलाई जा रही वंदे भारत को सिक्किम में भी दौड़ाने की प्लानिंग चल रही है। अगर ऐसा हुआ तो यह रेलवे के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव होगा। सिक्किम में यदि वंदे भारत शुरू हो गई तो इसकी पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में कनेक्टिविटी बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका होगी। यदि ऐसा हुआ तो सेमी हाई-स्पीड ट्रेन सेवा सिक्किम को भारतीय रेलवे नेटवर्क से दोबारा जोड़ देगी। याद दिला दें कि पिछले साल रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि अगले साल दिसंबर (2024) तक सिक्किम को जोड़ने के लिए सेमी-हाई-स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की योजना है। सिक्किम में अपनी यात्रा के दौरान, मंत्री ने 45 किमी लंबी सेवोके-रंगपो रेलवे परियोजना की प्रगति का भी निरीक्षण किया।
कब तक सिक्किम में चलेगी वंदे भारत
वैष्णव ने कहा था, "मार्ग में 14 सुरंगें और 17 पुल होंगे। छह सुरंगों का काम पहले ही खत्म हो चुका है और पुलों का निर्माण भी जोरों पर चल रहा है। प्रधानमंत्री सिक्किम को भारत के रेलवे मानचित्र पर लाने के इच्छुक हैं। एक बार रंगपो जुड़ जाए तो हमारा अगला ध्यान रंगपो और गंगटोक के बीच का विस्तार होगा। हम वंदे भारत एक्सप्रेस चलाना चाहते हैं जो दिसंबर 2024 तक सिक्किम को जोड़ेगी।"
वंदे भारत के जरिए चीन को टेंशन देने की प्लानिंग
द टेलीग्राफ की रिपोर्ट में नॉर्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे के सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि केंद्र सरकार भारत-चीन सीमा पर स्थित नाथू-ला तक रेल लिंक बनाना चाहती है। उन्होंने कहा कि सेवोके-रंगपो खंड इस साल दिसंबर तक पूरा होने की संभावना है। एक सूत्र ने कहा, "सिक्किम भौगोलिक रूप से रणनीतिक है और इसलिए अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख की तरह राज्य की कनेक्टिविटी में सुधार केंद्र सरकार की प्राथमिकता है।" एक अन्य रिपोर्ट में इस बात का दावा किया जा रहा है कि यदि में सिक्किम वंदे भारत शुरू हो जाएगी तो यह आपको 5 घंटे से भी कम समय में गुवाहाटी पहुंचा देगी, जो वहां के लोगों के लिए गेम-चेंजर साबित होगी।