पहली बार तख्ती लेकर गया था... शशि थरूर ने कर दी थी निलंबन की भविष्यवाणी
शशि थरूर ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि उन्होंने अपने 15 साल के संसदीय करियर में पहली बार एक तख्ती के साथ लोकसभा के वेल में प्रवेश किया और उन्हें निलंबन की उम्मीद है।
लोकसभा में तख्तियां दिखाने और सदन की अवमानना करने को लेकर मंगलवार को फारूक अब्दुल्ला, शशि थरूर, मनीष तिवारी और सुप्रिया सुले सहित 49 और विपक्षी सदस्यों को संसद के वर्तमान शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया। इस निलंबन से पहले ही केरल से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भविष्यवाणी कर दी थी। शशि थरूर ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि उन्होंने अपने 15 साल के संसदीय करियर में पहली बार एक तख्ती के साथ लोकसभा के वेल में प्रवेश किया और उन्हें निलंबन की उम्मीद है।
तिरुवनंतपुरम के सांसद ने कहा कि वह अपनी पार्टी के सहयोगियों के लिए "एकजुटता दिखाते हुए" विपक्षी सांसदों के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे। उन्होंने लिखा, "लगभग 15 वर्षों के मेरे संसदीय करियर में पहली बार, मैंने भी हालिया सुरक्षा उल्लंघन पर चर्चा के लिए एक तख्ती लेकर सदन के वेल में प्रवेश किया। मैंने अपने कांग्रेस सहयोगियों के साथ एकजुटता दिखाते हुए ऐसा किया, जिन्हें सरकार से जवाबदेही की मांग करने के लिए अन्यायपूर्ण तरीके से निलंबित कर दिया गया है। मुझे उम्मीद है कि निलंबन होगा। किसी अनुचित प्रक्रिया द्वारा अपवित्र किया जाना सम्मान का प्रतीक है।"
इसके तुरंत बाद, वह सदन के अंदर अनियंत्रित व्यवहार के आधार पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा निलंबित किए जाने वाले 49 सांसदों में से एक थे। अन्य में नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, एनसीपी की सुप्रिया सुले और समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव शामिल हैं। सदन की अवमानना के मामले में अब तक कुल 95 लोकसभा सदस्यों को निलंबित किया जा चुका है। इससे पहले गत सप्ताह बृहस्पतिवार को 13 सदस्यों को और सोमवार को 33 सदस्यों को निलंबित कर दिया गया था।
सदन के बाहर एनडीटीवी से बात करते हुए, थरूर ने निलंबन की कार्रवाई को "एकतरफा", "अनुचित" और "संसदीय लोकतंत्र के साथ विश्वासघात" बताया। पिछले हफ्ते लोकसभा में बड़े पैमाने पर सुरक्षा उल्लंघन को लेकर विपक्षी सांसद संसद के दोनों सदनों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वे मांग कर रहे हैं कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सुरक्षा विफलता पर संसद को संबोधित करें।