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बृजभूषण शरण सिंह के करीबी ने जीता चुनाव तो रोने लगीं महिला पहलवान, कुश्ती ही छोड़ने का ऐलान

बृजभूषण का दबदबा कायम रहने पर पहलवान साक्षी मलिक ने खेल ही छोड़ने का ऐलान किया है। कुश्ती महासंघ के चुनाव में बृज भूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह को बड़ी जीत मिली है। वहीं विनेश फोगाट रोने लगीं।

Surya Prakash लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीThu, 21 Dec 2023 05:26 PM
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कुश्ती महासंघ पर बृज भूषण शरण सिंह का दबदबा कायम रहने पर पहलवान साक्षी मलिक ने खेल ही छोड़ने का ऐलान किया है। कुश्ती महासंघ के चुनाव में बृज भूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह को बड़ी जीत मिली है। चुनाव नतीजे के बाद मीडिया से बात करते हुए साक्षी मलिक ने कहा कि वह इसके विरोद में कुश्ती ही छोड़ देंगी। इसके अलावा साथ में ही मौजूद महिला पहलवान विनेश फोगाट भी आहत नजर आईं और रोने लगीं। साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने कहा कि इन नतीजों का यह मतलब हुआ कि महिला पहलवानों को उत्पीड़न झेलते रहना होगा।

तीनों पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लंबा आंदोलन चलाया था और जंतर-मंतर पर धरना भी दिया था। इन लोगों ने बृज भूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। रोते हुए विनेश फोगाट ने कहा, 'अब संजय सिंह को कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष चुन लिया गया है। महिला पहलवानों का उत्पीड़न जारी रहेगा।' साक्षी मलिक ने कहा, 'हमने दिल से लड़ाई लड़ी, लेकिन यदि नतीजा वही है। अध्यक्ष बृजभूषण या उस जैसा ही आदमी रहता है तो फिर मैं कुश्ती को ही त्याग देती हूं। मैं आप लोगों को धन्यवाद देती हूं कि मुझे इतना सपोर्ट किया।'

बता दें कि बृजभूषण सिंह के परिवार का कोई सदस्य या रिश्तेदार इस चुनाव में नहीं उतरा था। लेकिन उन्होंने अपने करीबी संजय सिंह को उतार दिया था। संजय सिंह को 47 में से 40 वोट मिले हैं, जबकि उनका मुकाबले उतरीं अनीता श्योराण महज 7 वोट ही पा सकीं। आंदोलनकारी पहलवानों ने अनीता को अपना समर्थन दिया था। साक्षी मलिक ने कहा कि हम चाहते थे कि एक महिला को संघ की कमान मिले, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। 

विनेश बोलीं- समझ नहीं आता न्याय कैसे पाएं, अंधेरा छा गया

फोगाट ने कहा कि हमें यह समझ नहीं आ रहा है कि देश में न्याय कैसे पाएं। विनेश ने कहा, 'हमारी कुश्ती का भविष्य अंधेरे में है। हमें तो समझ में ही नहीं आ रहा है कि अब किस दिशा में जाएं।' यही नहीं बजरंग पूनिया ने इस दौरान सरकार पर भी निशाना साधा। पूनिया ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि सरकार के हमसे किए वादे पूरे नहीं हुए हैं। पूनिया ने अपने आंदोलन को राजनीतिक कहे जाने के आरोपों को भी गलत बताया। पूनिया ने कहा, 'हम किसी भी पार्टी से नहीं जुड़े हैं। हम यहां राजनीति के लिए नहीं आए हैं। हम सच के लिए लड़ रहे हैं, लेकिन आज फिर से बृजभूषण शरण सिंह का ही करीबी कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष बन गया है।'

संजय सिंह बोले- सारे आरोप राजनीतिक, जवाब भी उसी तरीके से मिलेगा

इस बीच जीत के बाद संजय सिंह ने कहा कि आरोप सारे राजनीतिक थे और राजनीति का जवाब उसी तरीके से दिया जाएगा। बृजभूषण सिंह के करीबी ने कहा कि इस बात में कोई संदेह नहीं है कि मैं उनके करीब हूं। यही नहीं संजय सिंह ने तो इस बात से भी इनकार कर दिया कि किसी महिला पहलवान का उत्पीड़न हुआ है। उन्होंने कहा कि यदि कोई राजनीति कर रहा है तो उसका जवाब राजनीति के अखाड़े में ही मिलेगा।

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