अपना मंत्री पद उन्हें दे दूंगा, एक सीट भी मिलेगी; रामदास आठवले ने किसे दिया NDA जॉइन करने का ऑफर
मोदी सरकार में मंत्री रामदास आठवले ने बहुजन वंचित अघाड़ी के नेता प्रकाश अंबेडकर को बड़ा ऑफर दिया है। उन्होंने कहा कि यदि वे एनडीए में आएं तो मैं अपना मंत्री पद उन्हें दे दूंगा और एक सीट भी दूंगा।
यदि बहुजन वंचित अघाड़ी के नेता प्रकाश अंबेडकर एनडीए में आना चाहें तो मैं अपना मंत्री पद छोड़ दूंगा और उन्हें मौका दिलाऊंगा। मोदी सरकार में मंत्री रामदास आठवले ने यह बात कही है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि मैं भाजपा से बात करके उनके लिए अकोला लोकसभा सीट भी छोड़ने को कहूंगा। आठवले ने अपील की कि दलित नेता प्रकाश अंबेडकर को पीएम मोदी का समर्थन करना चाहिए, जो विकास की राजनीति कर रहे हैं। पीएम मोदी का एकमात्र एजेंडा देश का विकास करना है। आठवले ने सोमवार को अकोला के दौरे में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि एनडीए के दरवाजे प्रकाश अंबेडकर के लिए हमेशा खुले हैं। प्रकाश अंबेडकर संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर के पुत्र हैं। उन्होंने कहा कि मैं तो अपना मंत्री पद भी उनके लिए त्यागने को तैयार हूं, यदि वे एनडीए का हिस्सा बनने को राजी होते हैं। प्रकाश अंबेडकर के वंचित बहुजन अघाड़ी का अकोला जिले में अच्छा जनाधार है। यहां से वह दो बार 1998 और 1999 में लोकसभा का चुनाव भी जीत चुके हैं। इसके अलावा पूर्व पीएम वीपी सिंह के कार्यकाल में वह राज्यसभा के सदस्य भी रहे हैं। बता दें कि पिछले सप्ताह की उद्धव गुट वाली शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा था कि प्रकाश अंबेडकर अकोला सीट से लड़ सकते हैं।
वह INDIA अलायंस के उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरेंगे। उनका कहना था कि हमने वंचित बहुजन अघाड़ी के साथ गठजोड़ कर लिया है। उनका कहना था कि निकट भविष्य में अंबेडकर की पार्टी हमारे महाविकास अघाड़ी का भी हिस्सा बनेगी। वहीं अंबेडकर का कहना है कि हम गठबंधन में तभी आएंगे, जब चारों साझीदारों के बीच समान रूप से सीटों का बंटवारा किया जाए। उनका कहना है कि शरद पवार की एनसीपी, उद्धव गुट की शिवसेना, कांग्रेस और वंचित बहुजन अघाड़ी को 12-12 सीटें लड़ने के लिए मिलें।
हालांकि इस समझौते के लिए कांग्रेस और उद्धव गुट तैयार नहीं दिख रहे। इस बीच आठवले ने कहा कि अंबेडकर को INDIA अलायंस की बजाय NDA के संग आना चाहिए। हमारा गठबंधन आम आदमी के हित में है और पीएम नरेंद्र मोदी के विकास के एजेंडे का समर्थन करता है। बता दें कि फिलहाल अकोला सीट पर भाजपा का कब्जा है। यहां से उसके सीनियर नेता संजय धोत्रे सांसद हैं और लगातार 4 बार से जीत रहे हैं। फिलहाल उनकी तबीयत खराब है और माना जा रहा है कि इस बार उन्हें भाजपा की ओर से मौका नहीं मिलेगा।