सितंबर में बादल होंगे मेहरबान! उत्तर-पश्चिम को बारिश का इंतजार, 6 मौसम संभागों में सूखे के हालात
यह चिंताजनक है कि उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड समेत गंगा के मैदानी इलाकों में बारिश कम हुई। सितंबर में भी पूर्वोत्तर और उत्तर पश्चिम भारत के कुछ इलाकों में बारिश की कमी बरकरार रह सकती है।
मौसम विभाग ने कहा कि मानसून के आखिरी महीने सितंबर में अच्छी बारिश होने के आसार हैं। गुरुवार को मौसम विभाग के महानिदेशक डॉ. एम. महापात्र ने कहा कि सितंबर में सामान्य के 109 फीसदी बारिश होने की संभावना है। सितंबर में सामान्य बारिश 167.9 मिलीमीटर होती है। महापात्र ने कहा कि मानसून के तीन महीनों के दौरान देश में सामान्य से छह फीसदी अधिक बारिश हुई है।
हालांकि, यह चिंताजनक है कि उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड समेत गंगा के मैदानी इलाकों में बारिश कम हुई। सितंबर में भी पूर्वोत्तर और उत्तर पश्चिम भारत के कुछ इलाकों में बारिश की कमी बरकरार रह सकती है। त्रिपुरा में 29 फीसदी कम, जबकि मणिपुर में 45 फीसदी कम बारिश हुई है।
उन्होंने कहा कि अगस्त में देश भर में सामान्य से कुल 3.4 फीसदी बारिश ज्यादा हुई है। अगस्त में 254.9 मिमी के मुकाबले 263.7 मिमी बारिश हुई है, लेकिन यदि उत्तर पश्चिम भारत की बात करें तो 10.2 फीसदी, पूर्व और पूर्वोत्तर में 26.5 कम बारिश हुई है। मध्य भारत में 18.2 व दक्षिण में 27 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।
उन्होंने कहा कि उत्तर-पश्चिम भारत के जिन इलाकों में कम बारिश हुई है, वहां न्यूनतम और अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी देखी गई। हालांकि, सितंबर में तापमान सामान्य से नीचे रहने के आसार हैं। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि गंगा के मैदानी इलाकों में बारिश में कमी देखी गई है, पर यह सही नहीं कि ऐसा लगातार हो रहा है। इसकी वजह मौसम सिस्टम का निर्मित होना है।
देश को 36 मौसम संभागों में विभाजित किया गया है। जिनमें से छह में सूखे के हालात हैं। यदि बारिश में सामान्य से 20 फीसदी से ज्यादा की कमी दर्ज की जाती है तो वह सूखे के हालात माने जाते हैं। 21 संभाग में सामान्य बारिश हुई है। जबकि नौ संभाग ऐसे हैं, जहां सामान्य से अधिक या बहुत ज्यादा बारिश हुई है।
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