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केरल में बारिश से 41 लोगों की मौत, लाखों लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर

केरल में शुक्रवार सुबह बारिश की वजह से एक घर के गिरने से दो लोगों की मौत के बाद राज्य में बारिश की विभिन्न घटनाओं में मरनेवाले लोगों की संख्या 41 तक पहुंच गई है। राज्य के कई इलाकों में बारिश की वजह...

एजेंसी तिरुवनंतपुरमFri, 20 July 2018 10:33 PM
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केरल में शुक्रवार सुबह बारिश की वजह से एक घर के गिरने से दो लोगों की मौत के बाद राज्य में बारिश की विभिन्न घटनाओं में मरनेवाले लोगों की संख्या 41 तक पहुंच गई है। राज्य के कई इलाकों में बारिश की वजह से 1.18 लाख लोग 606 राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं।

सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय राज्यमंत्री किरण रिजिजू और पर्यटन मंत्री के जे अल्फोंस के नेतृत्व में एक केंद्रीय टीम बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित कोट्टयम और अल्लपुझा जिले के साथ ही चेल्लनम और एर्नाकुलम का शनिवार को दौरा करेगी।

आधिकारिक सूत्रों ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शुक्रवार सुबह तक अलप्पुझा में बनाए गए 212 राहत शिविरों में कुल 50,836 लोग रह रहे हैं, जबकि निकटवर्ती कोट्टायम में बनाए गए 164 शिविरों में 37,657 लोगों ने शरण ले रखी है।

राज्य के ये दोनों जिले बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। इन जिलों में कई जगहों पर जलभराव से कोई राहत नहीं मिल रही। कमर तक पानी में महिलाओं और बच्चों की तस्वीरें इन दिनों यहां का सामान्य नजारा है। कई जगहों पर राज्य परिवहन निगम की बस सेवाएं भी बारिश की वजह से बंद करनी पड़ी हैं।  

उत्तर प्रदेश में रूठा मानसून 

उत्तर प्रदेश में रूठ चुका मानसून अब किसानों के लिए दर्द बनता जा रहा है। बारिश नहीं होने से धान और अन्य खरीफ फसलों की बुआई में हो रही देर के कारण काश्तकारों की पेशानी पर बल पड़ गए हैं। 

मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश में एक जून से 17 जुलाई तक औसतन 249 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी लेकिन इस बीच केवल 121

मिलीमीटर वर्षा ही हुई है जो सामान्य बारिश का 50 प्रतिशत भी नहीं है। राज्य के कुछ जिलों में तो ठीकठाक वर्षा हुई है लेकिन ज्यादातर जिलों में सूखे की स्थिति है। आंचलिक मौसम केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में बनने वाला विक्षोभ दरअसल उत्तर प्रदेश से न गुजरकर मध्य भारत से गुजर जा रहा है। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश में अभी तक अच्छी बारिश नहीं हो सकी है।

जुलाई में पटना में अधिकतम तापमान का 36 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा

पटना में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच जाने के साथ ही जुलाई महीने में इस शहर में अधिकतम तापमान का 36 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की आधिकारिक वेबसाइट के रिकॉर्ड के अनुसार छह जुलाई, 1982 को बिहार की राजधानी पटना में अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज ​किया गया था।

पिछले 10 वर्षों (2008 से) में जुलाई में पटना में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे ही रहा है। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक गया, भागलपुर और पूर्णिया में शुक्रवार को अधिकतम तापमान क्रमश: 39.7, 40.6 और 40.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

उत्तराखंड में तीन दिन भारी बारिश का अलर्ट 

मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले तीन दिन भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। खासकर 22 जुलाई को पूरे राज्य में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। साथ ही आपदा प्रबंधन तंत्र को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

देहरादून में शुक्रवार दोपहर बाद कहीं-कहीं तेज बारिश हुई, जबकि शाम को पूरे शहर में रिमझिम बारिश होती रही। बारिश ने उमस से राहत दिलाई है। उधर, मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि राज्य में 21 और 23 जुलाई को कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका है। जबकि, 22 जुलाई को पूरे प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। इस बीच,  

राजस्थान के कई हिस्सों में भारी बारिश

राजस्थान में पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश, पूर्वी भागों के कुछ हिस्सों में मूसलाधार और पूर्वी-पश्चिमी भागों के कई हिस्सों में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई।  मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों के दौरान प्रदेश के पूर्वी भागों के कुछ स्थानों पर मूसलाधार और पश्चिमी भागों के कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की चेतावनी दी है।

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