राहुल गांधी 2004 से 2014 तक कभी भी बन सकते थे पीएम, पर उनके लिए पद मायने नहीं रखता: रेवंत रेड्डी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी 2004 से 2014 के बीच कभी भी देश के प्रधानमंत्री बन सकते। यदि ऐसा नहीं हुआ तो इसलिए क्योंकि राहुल गांधी के लिए पद और सत्ता कोई मायने नहीं रखती। रेवंत रेड्डी ने यह बात कही।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी 2004 से 2014 के बीच कभी भी देश के प्रधानमंत्री बन सकते। यदि ऐसा नहीं हुआ तो इसलिए क्योंकि राहुल गांधी के लिए पद और सत्ता कोई मायने नहीं रखती। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने यह बात कही। सोमवार को वह राज्य के पूर्व सीएम वाईएसआर रेड्डी को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि भले ही राहुल गांधी तब पीएम नहीं बने, लेकिन अब कांग्रेसियों को उन्हें प्रधानमंत्री बनाने के लिए जुटना होगा। रेड्डी ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की वजह से ही कांग्रेस को हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में जीत हासिल हुई।
पूर्व सीएम वाईएस राजशेखर रेड्डी की 75वीं जयंती के मौके पर रेवंत ने कहा कि उन्होंने जो कल्याणकारी योजनाएं लागू की थीं, वह हमारे लिए प्रेरणा बनी हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही के चुनाव में हमने 6 गारंटियां लॉन्च की थीं और इसकी प्रेरणा हमें उनके कार्यकाल में किए गए कामों से ही मिली थी। रेवंत रेड्डी ने कहा, 'मुझे याद है कि जब 2009 में लगातार दूसरी बात कांग्रेस की सरकार बनी थी तो वाईएसआर का कहना है कि राहुल गांधी को पीएम बनना चाहिए। राहुल गांधी के पद पर आने से पहले ही वाईएसआर हमें छोड़कर चले गए। अब उन्हें पीएम बनाने के लिए कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं को मेहनत करनी चाहिए।'
अविभाजित आंध्र प्रदेश के वाईएसआर मुख्यमंत्री रहे थे। 2004 से 2009 के उनका कार्यकाल काफी चर्चित रहा था। वह 2009 में दोबारा चुनाव जीतने के तीन महीने बाद ही हेलिकॉप्टर क्रैश में मारे गए थे। रेड्डी ने कहा कि वाईएसआर ने आंध्र प्रदेश में पदयात्रा निकाली थी, जिससे सरकार की वापसी हुई थी। इसी तरह राहुल गांधी ने भी वाईएसआर से प्रेरणा लेते हुए यात्रा निकाली और उसके नतीजे में तीन राज्यों में सरकार बनी। रेड्डी ने कहा, 'राहुल गांधी कड़ी मेहनत कर रहे हैं। नेता विपक्ष के तौर पर उनका काम शानदार है। वह पीएम बनने से एक ही कदम दूर हैं। देश उनके ही नेतृत्व में विकास करेगा।'
राहुल गांधी के खिलाफ जाने वाले YSR के वंशज नहीं कहे जा सकते
इस दौरान उन्होंने वाईएसआर रेड्डी के बेटे जगनमोहन पर भी निशाना साधा। रेवंत ने कहा कि वाईएसआर के असली उत्तराधिकारी वे हैं जो राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग गांधी के नेतृत्व के खिलाफ जाते हैं, वे वाईएसआर के वंशज नहीं हैं। इस अवसर पर रेड्डी ने वाईएसआर की एक फोटो प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री भट्टी विक्रमार्क, मंत्री श्रीधर बाबू, एआईसीसी प्रभारी दीपा दास मुंशी, पूर्व राज्यसभा सांसद केवीपी रामचंद्र राव, विधायक, एमएलसी और पार्टी के नेता मौजूद थे।