PULWAMA TERROR ATTACK: जम्मू में कर्फ्यू के कारण 20 शादी समारोह स्थगित
जम्मू में रविवार को लगातार तीसरे दिन भी कर्फ्यू लागू है। इसे देखते हुए 20 से अधिक विवाह समारोह स्थगित कर दिए गए हैं। पुलवामा आतंकी हमले के विरोध में जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के जम्मू बंद...
जम्मू में रविवार को लगातार तीसरे दिन भी कर्फ्यू लागू है। इसे देखते हुए 20 से अधिक विवाह समारोह स्थगित कर दिए गए हैं। पुलवामा आतंकी हमले के विरोध में जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के जम्मू बंद के दौरान भड़की हिंसा के बाद शहर में कर्फ्यू लागू है।
लोगों की बढ़ी परेशानी
कर्फ्यू के कारण जम्मू में एटीएम, पेट्रोल पंप पर ताले लगे रहे। दुकानें बंद होने की वजह से लोगों को खान-पान की वस्तुओं के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है। इस बीच, बंद के दौरान भड़की हिंसा के मामले में पुलिस ने दस लोगों को हिरासत में लिया है।
सुरक्षा पर बैठक
सेना ने संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्ग किया। वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने शहर में सामान्य हालात की बहाली के लिए प्रतिष्ठित लोगों के साथ लंबी बैठक की।
विभाजित करने का मंसूबा
जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक एमके सिन्हा ने कहा कि राष्ट्र विरोधी तत्वों का लोगों को विभाजित करने का मंसूबा है। वे आतंकी घटना को सांप्रदायिक घटना में बदलना चाहते हैं। हमें एकजुट खड़े रहने की जरूरत है और उनके दुष्प्रचार का शिकार नहीं बनना चाहिए। उन्होंने बैठक में आए लोगों से कहा कि वे हिंसा से दूर रहने के लिए युवाओं का मार्गदर्शन करें और उन लोगों को पकड़ने के लिए प्रशासन की मदद करें जो क्षेत्र में शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।
बंद का आम जनजीवन पर असर
पुलवामा हमले के बाद जम्मू और राज्य से बाहर कश्मीरियों के कथित उत्पीड़न और हमलों के विरोध में व्यापारिक संगठनों के बंद के चलते रविवार को कश्मीर में जनजीवन प्रभावित हुआ। कश्मीर बंद को कश्मीर इकॉनोमिक अलायंस और कश्मीर ट्रेडर्स एंड मैनुफैक्चरर्स फेडेरेशन के अलावा ट्रांसपोर्टरों की एसोसिएशनों जैसे व्यापारिक संगठनों का समर्थन हासिल है।
अधिकारियों ने कहा कि श्रीनगर में दुकानें, ईंधन स्टेशन और अन्य कारोबारी प्रतिष्ठान बंद रहे। इस दौरान सार्वजनिक परिवहन बंद रहा और कैब तथा ऑटो-रिक्शा भी बड़े पैमाने पर सड़कों से नदारद रहे।
सुरक्षा की मांग को लेकर रैली
पीडीपी ने जम्मू और देश के अन्य हिस्सों में कश्मीरियों की सुरक्षा की मांग को लेकर करते हुए रविवार को श्रीनगर में रैली निकाली। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हमें शरारती तत्वों को जम्मू कश्मीर के लोगों को परेशान करने के लिए पुलवामा के दुखद हमले का एक बहाने के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।
नेकां ने प्रस्ताव पारित कर निंदा की
नेशनल कांफ्रेंस ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले के संबंध में एक प्रस्ताव पारित कर इसकी कड़ी निंदा की। जम्मू के लोगों से भाईचारा कायम रखते हुए अमन और शांति बनाए रखने की अपील की। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूख अब्दुल्ला की अध्यक्षता में यहां हुई बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया।
उमर ने पूछा, किसके उद्देश्य हो रहे पूरे
नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) नेता उमर अब्दुल्ला ने पुलवामा हमले के बाद कश्मीरियों को कथित तौर पर प्रताड़ित किए जाने का विरोध किया। उन्होंने पूछा, कश्मीरियों को निष्कासित कर किसके उद्देश्य पूरे किए जा रहे हैं। उमर ने कहा, कश्मीर महज जमीन का एक टुकड़ा नहीं है, बल्कि यह लोगों से मुकम्मल होता है। उन्होंने कश्मीरियों पर हमले कर लोग कह रहे हैं कि कश्मीर घाटी के बाहर उनके लिए कोई जगह नहीं है और देश की मुख्य भूमि (शेष भारत) में उनका कोई भविष्य नहीं है।