Hindi Newsदेश न्यूज़Over 3 lakhs devotees visit Amarnath cave shrine in first 21 days of pilgrimage - India Hindi News

बाबा बर्फानी के दर्शन को लगी लाइन, 21 दिन में 3 लाख से ज्यादा श्रद्धालु गए अमरनाथ

अन्य मौजूदा स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे के अलावा, प्रत्येक कैंप में विशेषज्ञ स्वास्थ्य टीमें कार्यरत हैं जो दैनिक आधार पर सैकड़ों यात्रियों की जांच करती हैं और उन्हें दवा और सलाह प्रदान करती हैं।

Amit Kumar लाइव हिन्दुस्तान, श्रीनगरSat, 22 July 2023 02:45 PM
share Share

1 जुलाई से शुरू हुई वार्षिक यात्रा के पहले 21 दिनों में 3 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने दक्षिण कश्मीर में अमरनाथ गुफा मंदिर के दर्शन किए हैं। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। जम्मू-कश्मीर के सूचना और जनसंपर्क विभाग की एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि "सरकार द्वारा बुनियादी ढांचे और संबद्ध सेवाओं में सुधार के कारण, अमरनाथ यात्रा में केवल इक्कीस दिनों के भीतर पवित्र गुफा के दर्शन करने वाले 3 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों की रिकॉर्ड-तोड़ संख्या दर्ज की गई, जो पिछले वर्ष की तुलना में काफी अधिक है।"

उन्होंने बताया कि शाम चार बजे तक 10000 से ज्यादा श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन के लिये यहां पहुंचे, जिससे दर्शन करने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या तीन लाख से अधिक हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि अब तक 3.03 लाख श्रद्धालुओं ने गुफा मंदिर में दर्शन किए। वार्षिक अमरनाथ यात्रा एक जुलाई से शुरू हुई और यह 62 दिनों तक चलेगी।

शुक्रवार को 13,797 तीर्थयात्रियों के शामिल होने से कुल संख्या 3,07,354 हो गई है। इसमें कहा गया है कि तीर्थयात्रियों को घर जैसा अनुभव कराने के लिए निर्बाध सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए लगभग तीस सरकारी विभागों को शामिल किया गया है। बयान में आगे कहा गया, "तीर्थयात्रियों और सभी संबंधित लोगों के इलाज के लिए दो अत्याधुनिक 100 बिस्तरों वाले अस्पतालों का निर्माण सरकार द्वारा संबद्ध बुनियादी ढांचे के लिए दिखाई गई उच्च स्तर की गंभीरता का एक और प्रतीक है।"

अन्य मौजूदा स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे के अलावा, प्रत्येक कैंप में विशेषज्ञ स्वास्थ्य टीमें कार्यरत हैं जो दैनिक आधार पर सैकड़ों यात्रियों की जांच करती हैं और उन्हें दवा और सलाह प्रदान करती हैं। चूंकि हर गुजरते दिन के साथ तीर्थयात्रियों की आमद बढ़ती जा रही है, इसलिए सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि जम्मू से कश्मीर के बेस कैंप तक परिवहन सुविधाएं प्रदान की जाएं। इसके अलावा, हेलीपैड सेवा उन तीर्थयात्रियों के लिए भी उपलब्ध है जो इस अवसर और सुविधा का लाभ उठाने के इच्छुक हैं।

अगला लेखऐप पर पढ़ें