येलो फीवर का खतरा, क्वारंटाइन में रखे गए सूडान से निकाले गए 117 यात्री
अगर कोई लक्षण नहीं दिखते हैं तो यात्रियों को सात दिनों के बाद जाने दिया जाएगा। ऑपरेशन कावेरी के तहत भारत सरकार, सूडान से लगभग 3,000 भारतीय मूल के यात्रियों को निकालने के लिए तैयार है।
ऑपरेशन कावेरी के तहत, कुल 1,191 यात्रियों को सूडान से निकाला गया है। इनमें से 117 लोगों को वर्तमान में क्वारंटाइन में रखा गया है। क्वारंटाइन में रखने की वजह पीतज्वर यानी पीला बुखार (येलो फीवर) बताया जा रहा है। दरअसल इन लोगों को येलो फीवर का टीका नहीं लगा है। एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, अगर कोई लक्षण नहीं दिखते हैं तो यात्रियों को सात दिनों के बाद जाने दिया जाएगा। ऑपरेशन कावेरी के तहत भारत सरकार, सूडान से लगभग 3,000 भारतीय मूल के यात्रियों को निकालने के लिए तैयार है।
भारतीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ऑपरेशन को आगे बढ़ाने के लिए विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रहा है। आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, आने वाले यात्रियों के लिए मिशन मोड में ट्रांजिट जंक्शनों पर आवश्यक क्वारंटाइन फैसिलिटी की व्यवस्था की जा रही है। इन यात्रियों को क्वारंटाइन सेंटर में मुफ्त भोजन की सुविधा के साथ ही बिना किसी किराए के रहने की सुविधा प्रदान की जा रही है। इन क्वारंटाइन केंद्रों का प्रबंधन एयरपोर्ट हेल्थ ऑफिसर्स (APHO) और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा राज्यों के विभिन्न अस्पतालों में एक समझौता ज्ञापन (MoU) के साथ-साथ किया जाता है।
आरएचटीसी, नजफगढ़ (100 बेड) में भी व्यवस्था की गई है; NITR, महरौली (40 बेड) और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज (60 बेड) में भी क्वारंटाइन की व्यवस्था की गई है। ऑपरेशन कावेरी के तहत, 360 यात्रियों का पहला जत्था सूडान से दिल्ली पहुंच चुका है। इनमें से किसी को भी क्वारंटाइन की आवश्यकता नहीं थी, इसके बाद दूसरी उड़ान 240 यात्रियों के साथ 26 अप्रैल को मुंबई पहुंची, जिनमें से 14 को क्वारंटाइन किया गया।
दो को उनके टीकाकरण प्रमाणपत्रों के सत्यापन के बाद रिहा कर दिया गया। आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, शेष 12 आज शाम तक अपनी क्वारंटाइन अवधि पूरी कर लेंगे (क्योंकि वे जेद्दा में 4 दिनों के लिए ट्रांजिट में थे)। तीसरी ऑपरेशन कावेरी फ्लाइट कल दोपहर बेंगलुरु पहुंची, जिसमें 360 यात्री थे, जिनमें से 47 यात्रियों को शुरू में क्वारंटाइन किया गया था। टीकाकरण के सत्यापन के बाद आज तीन को छोड़ दिया गया।
आधिकारिक सूचना के अनुसार, पांच और यात्रियों के सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है। यात्रियों को लेकर चौथी फ्लाइट कल शाम 231 यात्रियों को लेकर दिल्ली पहुंची, जिनमें से 61 को क्वारंटीन किया गया (एक को बाद में छोड़ दिया गया)। कुल 35 यात्री दिल्ली एपीएचओ में हैं और 26 यात्री सफदरजंग अस्पताल में हैं। पांचवीं उड़ान के 367 यात्रियों के साथ आज रात दिल्ली आने की उम्मीद है और 320 यात्रियों के साथ एक अतिरिक्त उड़ान के कल सुबह 10:30 बजे बेंगलुरु आने की उम्मीद है।