गठबंधन सरकार से पहले ही नीतीश कुमार ने चलाया तीर, अग्निवीर स्कीम में हो बदलाव
जेडीयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने गुरुवार तो सेना में जवानों की भर्ती के लिए बनी अग्निवीर योजना में बदलाव की मांग कर दी। उन्होंने कहा कि इस स्कीम को लागू किए जाने के दौरान विरोध हुआ था।
लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। इसके चलते नरेंद्र मोदी को अब नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की पार्टियों के समर्थन से सरकार चलानी पड़ेगी। अब तक सरकार गठन को लेकर कोई रूपरेखा तय नहीं हुई है, लेकिन नीतीश कुमार की पार्टी ने पहले ही तीर चल दिया है। जेडीयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने गुरुवार तो सेना में जवानों की भर्ती के लिए बनी अग्निवीर योजना में बदलाव की मांग कर दी। उन्होंने कहा, 'अग्निवीर स्कीम का बहुत विरोध हुआ था और चुनाव में भी इसका असर देखने को मिला था। इसलिए अग्निवीर स्कीम पर दोबारा सोचने की जरूरत है।'
केसी त्यागी ने 'आज तक' से बातचीत में कहा कि यह स्कीम जब आई थी, तब लोगों ने काफी विरोध किया था। सेना में तैनात लोगों के परिवार के लोग भी इससे नाराज थे। इसलिए इसमें बदलाव हो जाना चाहिए। वहीं समान नागरिक संहिता के मसले पर पूछा गया तो नीतीश कुमार की पार्टी ने कहा कि हम इसके समर्थन में हैं। लेकिन इसे लेकर हमारी मांग है कि सभी संबंधित पक्षों की इसमें राय ली जाए। इसके बाद ही कोई फैसला लेना चाहिए। केसी त्यागी ने कहा कि यही स्टैंड हमारा पहले भी था और आज भी हम इस बात पर कायम हैं।
वहीं एक देश एक चुनाव के मुद्दे पर समर्थन की बात भी कही। जेडीयू ने कहा कि हम इस मसले पर पहले भी साथ थे। गौरतलब है कि भाजपा को लोकसभा चुनाव में 240 सीटें मिली हैं, जबकि जेडीयू को 12 पर विजय हासिल हुई है। आंध्र प्रदेश की टीडीपी को 16 सीटें हासिल हुई हैं। इन दोनों दलों के सहारे ही अब भाजपा सरकार बनाने की स्थिति में है। खबर है कि नरेंद्र मोदी 8 या फिर 9 जून को पीएम पद की शपथ ले सकते हैं। सरकार गठन को लेकर दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेताओं की मीटिंग भी चल रही है।