Gujarat Results 2022: गुजरात चुनाव में नीतीश कुमार के उम्मीदवार को मिले सिर्फ 30 वोट, बोले- यह तो होना ही था
उन्होंने कहा, ''उस समय मैं निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर खड़ा हुआ था। लेकिन यहां जदयू को कौन जानता है? कोई नहीं। यह तो होना ही था।'' उन्होंने कहा कि पार्टी ने लगभग आधे दर्जन उम्मीदवार को टिकट दिया था।
Gujarat Election Result 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव में अहमदाबाद की बापूनगर सीट से नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के उम्मीदवार पठान इम्तियाज खान सिदखान को सबसे कम 30 वोट मिले। पठान (45) ने इसका ठीकरा अपनी पार्टी पर फोड़ते हुए कहा कि पार्टी ने उनके पक्ष में प्रचार नहीं किया। उन्होंने कहा, ''अगर मैं निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ता, तो ज्यादा वोट मिल सकते थे।'' पठान राजनीति में नए नहीं हैं। उनके अनुसार उन्होंने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में गुजरात की खेड़ा सीट से किस्मत आजमाई थी और उन्हें 5,000 से अधिक वोट मिले थे।
उन्होंने कहा, ''उस समय मैं निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर खड़ा हुआ था। लेकिन यहां जदयू को कौन जानता है? कोई नहीं। यह तो होना ही था।'' उन्होंने कहा कि पार्टी ने लगभग आधे दर्जन उम्मीदवार को टिकट दिया था, लेकिन सभी हार गए। गुजरात की कुल 182 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने वाले 1,621 उम्मीदवारों में से पठान को सबसे कम वोट मिले। भाजपा ने इस चुनाव में 156 सीट जीतकर ऐतिहासिक विजय हासिल की।
साल 2002 के गुजरात दंगों के दौरान गुलबर्ग सोसाइटी नरसंहार के प्रमुख गवाह पठान ने कहा कि 2019 के चुनाव के बाद वह असदुद्दीन औवेसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) में शामिल हो गए थे और दो वर्ष तक उसके सदस्य रहे। उन्होंने कहा, ''लेकिन जब मुझे लगा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी टिकट नहीं देगी, तो मैं जद(यू) में शामिल हो गया।''
गुजरात में बीजेपी का ऐतिहासिक प्रदर्शन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुजरात में 182 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में 156 सीट जीतकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। कांग्रेस महज 17 सीट जीतकर दूसरे स्थान पर रही, जबकि जबर्दस्त चुनाव प्रचार करने वाली आम आदमी पार्टी (आप) महज पांच सीट ही जीत पाई। निर्दलीय प्रत्याशियों ने तीन सीट तथा समाजवादी पार्टी ने एक सीट जीती। भाजपा ने अपना मत प्रतिशत पिछली बार के 49 प्रतिशत से बढ़ाकर 53 फीसदी कर लिया, जबकि कांग्रेस का मत प्रतिशत 42 फीसद से घटकर 27 प्रतिशत रह गया। ऐसा लगता है कि बड़ी संख्या में उसके मतदाताओं ने आप के पक्ष में वोट डाला, जिसे 13 फीसदी वोट हासिल हुए। भाजपा ने न केवल 2002 के अपने सबसे अच्छे प्रदर्शन 127 सीट पर जीत के आंकड़े को पीछे छोड़ दिया, बल्कि वह कांग्रेस के 1985 के रिकार्ड को भी पार कर गयी।1985 में माधवसिंह सोलंकी के नेतृत्व में कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में 149 सीट जीती थी।
2017 की तुलना में नौ प्रतिशत नोटा वोट में गिरावट
वहीं, गुजरात विधानसभा चुनाव में 'नोटा' के तहत पड़े वोट की हिस्सेदारी 2017 की तुलना में नौ प्रतिशत से अधिक घट गई है, इस बार खेड़ब्रह्मा सीट पर सबसे अधिक 7,331 वोट 'नोटा' पर पड़े हैं। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार राज्य में इस चुनाव में 5,01,202 यानी 1.5 प्रतिशत वोट 'नोटा' के थे, जो 2017 के विधानसभा चुनाव में 5,51,594 से कम हैं। खेड़ब्रह्मा सीट पर सबसे ज्यादा 7,331 वोट 'नोटा' पर पड़े, उसके बाद दांता में 5,213 और छोटा उदयपुर में 5,093 वोट पड़े। देवगढ़ बारिया सीट पर 4,821, शेहरा पर 4,708, निझर पर 4,465, बारडोली पर 4,211, दस्करोई पर 4,189, धरमपुर पर 4,189, चोर्यासी पर 4,169, संखेड़ा पर 4,143, वडोदरा सिटी पर 4,022 और कपराडा पर 4,020 वोट 'नोटा' पर पड़े।