ED और CBI की धुन पर नाचे, बाहर ही कर दो; हिमाचल के बागियों पर खूब भड़के नवजोत सिद्धू
सिद्धू ने कहा कि हिमाचल के संकट ने बताया है कि पार्टी को अपनी एसेट्स और बोझ का आकलन करना होगा। अहम पदों पर बैठे स्वांग रचाने वाले लोग ईडी, सीबीआई और आईटी जैसी एजेंसियों की धुन पर नाच रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश के राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को जीती बाजी हराने और सरकार पर संकट पैदा करने वाले बागी विधायकों पर नवजोत सिंह सिद्धू जमकर भड़के हैं। पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने हाईकमान से अपील की है कि ऐसे लोगों को तो पार्टी से ही बाहर कर देना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, 'हिमाचल के संकट ने बताया है कि पार्टी को अपनी एसेट्स और बोझ का आकलन करना होगा। अहम पदों पर बैठे स्वांग रचाने वाले लोग ईडी, सीबीआई और आईटी जैसी एजेंसियों की धुन पर नाच रहे हैं।' सिद्धू ने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ ऐक्शन लेने की जरूरत है।
उन्होंने आगे एक्स पर लिखा, 'यह नुकसान सिर्फ अभिषेक मनु सिंघवी साहब का नहीं है। यह जरूरी है कि ऐसे लोगों को बाहर कर दिया जाए जो सामूहिक हितों की बजाय अपने निजी हितों पर ही फोकस करते हैं। इन लोगों ने पार्टी के सामने ही संकट खड़ा कर दिया है। इन लोगों के दिए जख्म भर सकते हैं, लेकिन दिल को जो चोट पहुंचाई है, वह खत्म नहीं होगी। इन लोगों का फायदे के लिए बगावत करना कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए बड़े दर्द जैसी है। वफादारी सब कुछ नहीं है, लेकिन सबसे जरूरी चीज है।'
सिद्धू पर खुद पंजाब में बागी होने के हैं आरोप
दिलचस्प बात यह है कि नवजोत सिंह सिद्धू ने बगावत पर सलाह दी है, जबकि उन पर खुद ही पंजाब में कांग्रेस से बागी होने के आरोप लगते रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने पार्टी लाइन से अलग हटकर अलग ही कार्यक्रम किए थे। इसे लेकर प्रताप सिंह बाजवा और अमरिंदर राजा वड़िंग ने सवाल उठाए थे। यही नहीं प्रभारी देवेंद्र यादव से भी सिद्धू की शिकायत पार्टी नेताओं ने की थी। इन लोगों का कहना था कि नवजोत सिंह सिद्धू पार्टी के आयोजनों में नहीं आते हैं। लेकिन वह प्रदेश भर में अलग-अलग रैलियां अपने ही स्तर पर कर रहे हैं। इसके अलावा मंच से वह कांग्रेस के नेताओं पर भी बरसते हैं।