मायावती के घर पर आएगी डॉक्टर बहू, BSP के इस नेता की बेटी से होगी शादी
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के घर जल्दी ही बहू आने वाली है। उनके भतीजे और राजनीतिक वारिस कहे जाने वाले आकाश आनंद की शादी होने जा रही है। 26 मार्च को आकाश आनंद का विवाह होने वाला है।

बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के घर जल्दी ही बहू आने वाली है। उनके भतीजे और राजनीतिक वारिस कहे जाने वाले आकाश आनंद की शादी होने जा रही है। 26 मार्च को आकाश आनंद का विवाह होने वाला है। इससे जुड़े आयोजन नोएडा में आयोजित किए जाने की खबर है। आकाश आनंद मायावती के छोटे भाई आनंद के बेटे हैं। आकाश आनंद की शादी राज्यसभा के पूर्व सांसद अशोक सिद्धार्थ की बेटी प्रज्ञा सिद्धार्थ से होने वाली है। आकाश आनंद ने लंदन से एमबीए की पढ़ाई की थी तो वहीं प्रज्ञा ने एमबीबीएस किया है और अब एमडी कर रही हैं।
प्रज्ञा के पिता अशोक सिद्धार्थ भी पेशे से डॉक्टर ही थे, लेकिन मायावती के कहने पर उन्होंने नौकरी छोड़कर राजनीति में एंट्री ले ली थी। अशोक सिद्धार्थ मायावती के करीबी नेताओं में से एक रहे हैं और कई अहम जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं। 2009 में अशोक सिद्धार्थ एमएलसी और फिर 2016 से 2022 तक राज्यसभा सदस्य भी रहे थे। फिलहाल अशोक सिद्धार्थ कई राज्यों में बसपा के प्रभारी हैं। उनकी पत्नी 2007 से 2012 तक राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष रहीं हैं, तब यूपी की सत्ता में बसपा काबिज थी।
कौन हैं मायावती के भाई आकाश आनंद
आकाश आनंद के पिता आनंद कुमार रियल एस्टेट कारोबारी भी हैं। हालांकि उन्हें मायावती के भाई के तौर पर ही ज्यादा पहचान हासिल है। आनंद कुमार का नाम तब सामने आया था, जब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने उनकी बेनामी संपत्ति नोएडा में जब्त कर ली थी। खबर है कि मायावती भतीजे की शादी में पीएम नरेंद्र मोदी समेत देश के कई दिग्गज नेताओं और हस्तियों को आमंत्रित कर सकती हैं। शादी के रिसेप्शन में बसपा के हजारों कार्यकर्ताओं और नेताओं को भी न्योता भेजा जा सकता है। फिलहाल आकाश आनंद बसपा के राष्ट्रीय संयोजक के तौर पर काम कर रहे हैं।
हर जिले से बसपा के कुछ नेताओं को मिलेगा न्योता
मायावती के साथ अकसर आकाश आनंद दिखते हैं। मायावती एक बार अपने भतीजे आकाश परिचय कराते हुए कह भी चुकी हैं कि आकाश ही पार्टी के मामलों को देखेंगे। कहा जा रहा है कि आकाश और प्रज्ञा की शादी में यूपी के हर जिले से बसपा के कुछ कार्यकर्ताओं और नेताओं को बुलाया जा सकता है।