RSS ने फड़णवीस पर जताया भरोसा, महाराष्ट्र चुनाव तक बने रहेंगे उपमुख्यमंत्री
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस के लोकसभा चुनाव महाराष्ट्र में खराब प्रदर्शन के बाद इस्तीफे की पेशकश करने के बाद RSS के वरिष्ठ पदाधिकारीयों ने फड़णवीस को ऐसा न करने की सलाह दी।
NAGPUR: महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस के लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने कि पेशकश करने के बाद RSS के वरिष्ठ स्वयंसेवक फड़णवीस के घर पहुंचे। फड़णवीस के घर पर बंद दरवाजों के पीछे यह बैठक करीब दो घंटे चली।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सूत्रों ने उपमुख्यमंत्री के घर हुई इस मीटिंग के बारे में जानकारी दी लेकिन इसे केवल एक सामान्य बैठक बताया।
RSS के वरिष्ठ पदाधिकारी अतुल लिमाए इस बैठक का हिस्सा थे, पार्टी के सूत्रों की मानें तो यह बैठक फड़णवीस के इस्तीफे की पेशकश के बारे में थी, संघ ने फड़णवीस को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव तक पद पर बने रहने की सलाह दी क्योंकि ऐसे उनका पद छोड़ देने से मतदाताओं के बीच में गलत संदेश जाएगा। सूत्रों के अनुसार लोकसभा चुनावों के खराब प्रदर्शन और आने वाले चुनावों के लिए रणनीति बनाने पर भी चर्चा हुई।
इसके पहले जब फड़णवीस भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर वावनकुले के साथ नागपुर एयरपोर्ट पर उतरे तो कार्यकर्ताओं का अभिवादन करके घर की तरफ चले गए। चंद्रशेखर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि फड़णवीस उपमुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे, चुनावों में प्रदर्शन के बाद उनका ऐसा महसूस करना जायज है। विपक्ष ने झूठ फैलाकर लोगों को गुमराह किया है। उन्होंने मतदाताओं को इस झूठ से डराया कि भाजपा आएगी तो संविधान बदल देगी। पिछले हर चुनाव जिसमें वो हारते थे उसमें वो ईवीएम पर आरोप लगाते थे लेकिन इस बार वो उसको नहीं कोस रहे हैं। मतदाता इनके इस झूठ को समझेंगे वह कभी भी जातिवाद और झूठ पर वोट नहीं देंगे वह विकास पर वोट देंगे।
फड़णवीस की तारीफ करते हुए वावनकुले बोले कि उनका एक मुख्यमंत्री और एक उप मुख्यमंत्री दोनों ही रूप में उनके विकासात्मक नजरिये नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। उन्होंने पीएम मोदी द्वारा लॉंच की गई सभी योजनाओं को महाराष्ट्र में सफलता पूर्वक लागू किया। प्रदेश के 6.5 करोड़ जनता के लिए काम किया और किसानों के लिए वेलफेयर योजनाएं निकाली। महाराष्ट्र भाजपा फड़णवीस के नेतृत्व में ही विपक्ष के झूठ का सामना करेगी।
भाजपा प्रदेश की 48 सीटों में से 28 सीटों पर चुनाव लड़ी थी जिसमें केवल 9 पर जीत पर पाई, साथी दल शिवसेना और एनसीपी केवल 7 और 1 सीटों पर जीत पाए। चुनाव में एमवीए गठबंधन को 30 सीटें मिली।