बीजेपी ने पीलीभीत ने वरुण गांधी का टिकट काटा, अब क्या करेंगे; निर्दलीय लड़ेंगे या साइकिल पर होंगे सवार?
यह जानना दिलचस्प हो जाता है कि 20 मार्च को वरुण गांधी के निजी सचिव ने 4 सेट नामांकन खरीदे थे। इसे लेकर अटकलें लग रही हैं कि वह निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में आ सकते हैं।
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की 5वीं लिस्ट रविवार जारी कर दी। इसमें कुल 111 नाम निकलकर सामने आए जो भगवा दल की ओर से ताल ठोंकने वाले हैं। हालांकि, पीलीभीत से मौजूदा सांसद वरुण गांधी का नाम पांचवीं सूची से भी गायब रहा। भाजपा ने पीलीभीत से वरुण गांधी का टिकट काटकर उनके स्थान पर राज्य सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है। यह बात जरूर है कि वरुण की मां मेनका गांधी को सुल्तानपुर से फिर से टिकट मिला है। अब चर्चा इस बात को लेकर हो रही है कि वरुण गांधी का अगला कदम क्या होगा। क्या अब बीजेपी के दरवाजे वरुण गांधी के लिए बंद हो गए हैं? क्या समाजवादी पार्टी उन्हें टिकट दे सकती है? या फिर वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे?
दरअसल, जनहित के मुद्दों को लेकर वरुण गांधी अपनी ही सरकार पर लगातार हमलावर रहे। उन्होंने बेरोजगारी, कृषि कानून जैसे तमाम मुद्दों पर अपनी सरकार की नीतियों पर निशाना साधा। बीते दिनों स्टेशन पर आयोजित हुए कार्यक्रम में वरुण गांधी ने भाजपा के नेताओं के साथ मंच साझा कर हर किसी को चौंका दिया था। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ भी की। इसके बाद वरुण की भाजपा से बढ़ी हुई दूरियां कम होती नजर आईं, लेकिन विरोधी लगातार वरुण का टिकट काटने का दावा करता रहे। अब जब पीलीभीत से भाजपा ने वरुण को टिकट नहीं दिया है तो ऐसा लगता है जैसे कि उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया हो।
क्या निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले हैं वरुण गांधी
यहां यह जानना दिलचस्प है कि 20 मार्च को वरुण गांधी के निजी सचिव ने 4 सेट नामांकन खरीदे थे। इसे लेकर अटकलें लग रही हैं कि वह निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में आ सकते हैं। वरुण गांधी के निजी सचिव कमलकांत ने पिछले हफ्ते कलेक्ट्रेट पीलीभीत में लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र खरीदे। इस दौरान वरुण के निजी प्रवक्ता व अधिवक्ता एमआर मलिक कार्यालय प्रभारी दीपक पाण्डेय भी निजी सचिव के साथ थे। प्रवक्ता ने बताया कि उन्होंने वरुण गांधी के कहने पर ही नामांकन पत्र 2 हिंदी और 2 अंग्रेजी सहित 4 सेटों में खरीदे हैं। उन्होंने पूरे विश्वास के साथ कहा कि वे भाजपा से ही प्रत्याशी होंगे। मगर, फिलहाल ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है और चर्चा होने लगी है कि वह निर्दलीय प्रत्याशी के तौर चुनाव लड़ सकते हैं।
वरुण गांधी को सपा से टिकट मिलने की क्या संभावनाएं
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कुछ दिनों पहले वरुण गांधी को लेकर बड़ा बयान दिया था। जब उनसे वरुण को प्रत्याशी बनाए जाने पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने सकारात्मक संकेत दिए थे। अखिलेश ने कहा कि वरुण गांधी ने लिए हम सॉफ्ट कॉर्नर रखते हैं। उन्होंने कहा कि अगर दूसरे दलों से अच्छे नेता हमारे साथ आते हैं तो उस पर विचार किया जाएगा। यहां यह बताना जरूरी है कि सपा पूर्व मंत्री भगवतसरन गंगवार को प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। सपा के कुर्मी कार्ड से यहां चुनावी मुकाबला दिलचस्प होने की संभावना है। मगर, पीलीभीत से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार ने भी वरुण गांधी के लिए सीट खाली करने का ऑफर दिया था। गंगवार ने कहा, 'अगर वरुण गांधी सपा में शामिल होते हैं तो मैं उनके नाम पर अपनी सीट छोड़ने के लिए तैयार हूं। हाई कमान ने मुझे टिकट दिया है। अगर वरुण आते हैं तो मैं अपनी सीट खुशी-खुशी छोड़ दूंगा।'