चीन में कोरोना का कोहराम, भारत भी अलर्ट; लॉकडाउन की कितनी आशंका?
Corona Update: पिछले साल दूसरी लहर के दौरान भारत में भी बड़ी संख्या में कोरोना के मामले देखे गए थे, जिसकी वजह से इस बार सरकार कोरोना के खिलाफ जंग में कोई भी कोर-कसर छोड़ना नहीं चाहती है।
Coronavirus India Update: चीन में कोरोना वायरस के मामलों में भयंकर इजाफा हुआ है। रिपोर्ट्स हैं कि रोजाना लाखों की संख्या में संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। सभी बड़े शहरों के अस्तपाल मरीजों से भर चुके हैं, जबकि मृतकों को भी श्मशान में जगह नहीं मिल रही है। अंतिम संस्कार के लिए लंबी-लंबी लाइनें लगी हुई हैं। चीन, ब्राजील, अमेरिका, जापान समेत कई देशों में पिछले कुछ दिनों में कोविड मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। इसकी वजह से भारत जैसे देश अलर्ट हो गए हैं। मालूम हो कि पिछले साल दूसरी लहर के दौरान भारत में भी बड़ी संख्या में मामले देखे गए थे, जिसकी वजह से इस बार सरकार कोरोना के खिलाफ जंग में कोई भी कोर-कसर छोड़ना नहीं चाहती है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या आने वाले दिनों में कोई लॉकडाउन की आशंकाएं हैं? एक्सपर्ट्स ने साफ किया है कि बहुत ही कम आशंका है कि भारत में अब लॉकडाउन लगाने जैसी स्थिति आए।
'मास्क पहनें और भीड़ वाली जगह जाने से बचें'
भारत में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी की आशंका को लेकर एक्सपर्ट्स तरह-तरह की राय दे रहे हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, इसी तरह की एक एक्सपर्ट गुरुग्राम के पारस अस्पताल के जीएम मेडिकल ऑपरेशंस एंड क्वालिटी में डॉ. शिखा गुलिया कहती हैं, ''अचानक स्पाइक के बीच, हम लोगों से अनुरोध कर रहे हैं कि वे मास्क पहनें और भीड़ भरे स्थानों या सभाओं में प्रवेश करने से बचें। अंतरराष्ट्रीय यात्रा से बचना या किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में रहना जो हाल ही में विदेश से वापस आया है, एक महत्वपूर्ण एहतियाती उपाय है। आवश्यकता पड़ने पर ही घरेलू आवाजाही और सार्वजनिक परिवहन का उपयोग किया जाना चाहिए।''
लॉकडाउन पर क्या बोले एक्सपर्ट
वहीं, पारस अस्पताल के ही डॉ. अरुणेश कुमार कहते हैं कि हम एक नई लहर की उम्मीद नहीं कर रहे हैं, लेकिन हम नए श्वसन लक्षणों वाले नए रोगियों की उम्मीद कर रहे हैं जो नए वैरिएंट से प्रभावित होंगे। मुझे लगता है कि हम बेहतर हैं। इस बार बेहतर तैयारी की गई है। नहीं के बराबर या काफी कम आशंका है कि कोई नई लहर आए या हमें लॉकडाउन लगाना पड़े। उन्होंने आगे कहा कि इन सबसे ऊपर यह बात है कि लोगों में डर न फैलाएं। यह काफी नुकसान पहुंचाते हैं। अगर आपके परिवार में कोई बीमार है तो उसे डॉक्टर के पास ले जाएं। खुद से उसे ठीक करने की कोशिश नहीं करें। ज्यादातर मामलों में नया वैरिएंट बहुत कम बीमार करता है और उसका इलाज पैरासिटामॉल से ही हो सकता है।