जल्दी पहुंचा दो, टैक्सी ड्राइवर से बोलती रही हत्यारिन CEO; पर इंस्पेक्टर की समझदारी से पकड़ी गई
बेटे की हत्यारिन सीईओ मां सूचना सेठ टैक्सी में बैठते ही ड्राइवर से कहने लगी कि मुझे जल्दी बेंगलुरु पहुंचा दो। लेकिन पुलिस ने काम बिगाड़ दिया। पुलिस ने मामले की जानकारी मिलते ही ड्राइवर को फोन किया।
गोवा के एक होटल में जाकर अपने ही 4 साल के मासूम बेटे की हत्या करने वाली एक कंपनी की सीईओ सूचना सेठ को लेकर अब खुलासे होने लगे हैं। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और अब तक पता चला है कि सूचना का पति वेंकट रमन से तलाक का केस चल रहा है। इसी मामले में अदालत ने पिछले दिनों आदेश दिया था कि वेंकट रमन अपने बेटे से सप्ताह एक दिन मुलाकात कर सकते हैं। इसके अलावा वीडियो कॉल पर बात कर सकते हैं। इस बात से वह बहुत आहत थी और 6 जनवरी को गोवा बेटे संग आई थी। पुलिस की शुरुआती जांच से अंदेशा है कि शायद वह बेटे की हत्या के लिए ही यहां आई थी।
उत्तरी गोवा के एसपी निधिन वालसान ने कहा कि अब तक मिली जानकारी के अनुसार सूचना सेठ ने बच्चे की हत्या 7-8 जनवरी की रात को की थी। इसके बाद उसने आधी रात को ही होटल स्टाफ से कहा कि मैं चेकआउट कर रही हूं और मेरे बेंगलुरु जाने के लिए टैक्सी की व्यवस्था कर दीजिए। इस पर होटल स्टाफ ने कहा कि यह महंगा होगा और आप फ्लाइट से जाएं तो ज्यादा ठीक होगा। लेकिन वह इस जिद पर अड़ी रहीं कि टैक्सी से ही जाना है। फिर बेटे संग आने वाली सूचना सेठ एक बड़ा सा बैग लेकर टैक्सी में बैठ गईं।
यही नहीं ड्राइवर ने बताया कि वह बार-बार कह रही थीं कि मुझे जल्दी से बेंगलुरु पहुंचा दो। माना जा रहा है कि वह यदि नहीं पकड़ी जाती तो बेंगलुरु पहुंचने पर बेटे के शव को कहीं ठिकाने लगा सकती थी। लेकिन सूचना के जाने के बाद होटल स्टाफ ने कमरे में खून के दाग देखे तो पुलिस को बुलाय लिया। यहीं से सूचना सेठ का प्लान फेल होना लगा और पुलिस ने टैक्सी चालक को फोन लगा दिया। पुलिस इंस्पेक्टर परेश ने ड्राइवर से बात की और कहा कि सूचना को फोन दे। फिर सूचना से बेटे के बारे में पूछा तो उसने कहा कि वह मेरे एक दोस्त के यहां है। पुलिस ने पता पूछा और वहां गई तो पता चला कि फर्जी है।
कोंकणी भाषा से बन गया काम, समझ नहीं पाई सूचना
इसके बाद इंस्पेक्टर परेश ने सूझबूझ दिखाई। फिर से ड्राइवर को फोन किया और कोंकणी में बात की। इस बात को बंगाली मूल की और बेंगलुरु में रहने वाली सूचना सेठ नहीं समझ सकी। परेश ने ड्राइवर को संदेश दिया कि वह नजदीकी पुलिस थाने में गाड़ी ले जाए। उसने ऐसा ही किया और कर्नाटक के चित्रदुर्ग में पुलिस ने सूचना को पकड़ा और बैग खोला तो बच्चे का शव मिला। बच्चे के सिर में चोट लगी थी और अनुमान है कि उसका गला भी दबाया गया। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पूरी डिटेल सामने आएगी।