Himachal Pradesh Exit Poll: क्या अग्निपथ ने रोका BJP का रथ? 25 सीटों पर बड़े असर के आसार, समझें
आंकड़े बताते हैं कि हिमाचल प्रदेश में करीब 2.8 लाख लोग ऐसे हैं, जो डिफेंस सर्विसेज से जुड़े हुए हैं या पूर्व सैनिक हैं। अब इनमें से 80 फीसदी कांगड़ा, ऊना और हमीरपुर जिलों से आते हैं।
भारत सरकार ने जून में तीनों सेनाओं में भर्ती के लिए 'अग्निपथ' योजना पेश की। इसके तहत देश की सेनाओं में बहादुरों की भर्ती की तस्वीर पूरी तरह बदलने वाली थी, लेकिन कई राज्यों में इसका विरोध हुआ। इनमें हिमाचल प्रदेश भी शामिल है, जहां 5 महीने बाद ही चुनाव होने थे। अब सवाल है कि सामने आए एग्जिट पोल के आंकड़े और अग्निपथ पर युवाओं की प्रतिक्रिया का असर है या नहीं?
बात जून की है। उस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धर्मशाला में रोड शो के लिए पहुंचे थे। तब पुलिस ने करीब 300 युवाओं को कांगड़ा जिले में स्थित गग्गल एयरपोर्ट के पास पठानकोट-मंडी हाईवे ब्लॉक करने के चलते गिरफ्तार कर लिया था। युवाओं ने विरोध में पीएम मोदी के पोस्टर भी फाड़े थे। इससे पहले भी योजना को लेकर राज्य में जमकर विरोध प्रदर्शन हुए थे। संभावनाएं जताई जाने लगी थी कि यह चुनावी मुद्दा बन सकता है।
आंकड़े बताते हैं कि हिमाचल प्रदेश में करीब 2.8 लाख लोग ऐसे हैं, जो डिफेंस सर्विसेज से जुड़े हुए हैं या पूर्व सैनिक हैं। अब इनमें से 80 फीसदी कांगड़ा, ऊना और हमीरपुर जिलों से आते हैं। अब इन जिलों में सीटों की संख्या देखें तो कांगड़ा में 15, ऊना और हमीरपुर में 5-5 विधानसभा क्षेत्र हैं।
कांगड़ा
15 विधानसभा सीटों में धर्मशाला, कांगड़ा, शाहपुर, नागरोटा, पालमपुर, बैजनाथ, सुल्लाह, जयसिंहपुर, देहरा, ज्वालामुखी, जसवान-कोटला, नूरपुर, इंदौरा, जवाली, फतेहपुर का नाम शामिल है। यहां कुल आबादी 15 लाख 10 हजार 75 है।
ऊना
यहां गागरेट, हरौली, ऊना, चिंतपुरनी (एससी), कुटलेहर सीटें हैं और कुल जनसंख्या 5 लाख 53 हजार 583 है।
हमीरपुर
भौरांज (एससी), सुजानपुर, हमीरपुर, बरसर, नादौन में 4 लाख 54 हजार 768 लोग रहते हैं
समझें एग्जिट पोल
आज तक एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल के अनुसार, 68 विधानसभा सीटों वाले हिमाचल प्रदेश में भाजपा के खाते में 24-34 सीटें जा रही है। वहीं, कांग्रेस को 30-40 पर जीत हासिल हुई है। आप का खाता भी नहीं खुल रहा है। अन्य के खाते में 4 से 8 सीटें गई हैं। राज्य में भाजपा को 42 प्रतिशत वोट मिले हैं। जबकि, कांग्रेस 44 फीसदी के साथ सबसे आगे है। शुरुआत में आक्रामक प्रचार में जुटी कांग्रेस महज 2 प्रतिशत वोट शेयर पर सिमट रही है।