'जन समर्थन पर झुकेंगी सरकारें', सांसद बने अमृतपाल के वकील का बड़ा दावा; क्या जेल से होगी रिहाई
लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद वारिस पंजाब से संगठन के प्रमुख जून में बाहर आ सकते हैं। बुधवार को जेल में मुलाकात के बाद अमृतपाल के वकील ने यह दावा किया है।
खडूर साहिब से लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद वारिस पंजाब से संगठन के प्रमुख जून में बाहर आ सकते हैं। बुधवार को जेल में मुलाकात के बाद अमृतपाल के वकील राजदेव सिंह खालसा ने यह दावा किया है। राजदेव सिंह ने कहा कि कानूनी रणनीति आगे बढ़ रही है। उन्होंने विश्वास जताया कि भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों सरकारें जन समर्थन के कारण अमृपताल को राहत देने के लिए मजबूर होंगी। गौरतलब है कि पंजाब की खडूर साहिब लोकसभा सीट पर अमृतपाल सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार और अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कुलबीर सिंह जीरा को 1.97 लाख मतों के अंतर से हरा दिया। अमृतपाल ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव में किस्मत आजमाई थी। यह पंजाब में सबसे बड़ी जीत है।
अमृतपाल की गिरफ्तारी गलत
वकील राजदेव सिंह खालसा ने कहा कि आगे की रणनीति जमानत मिलने की है। सरकार को उन्हें राहत देनी होगी क्योंकि कोई विकल्प नहीं है। अमृतपाल सिंह पंजाब को नशा मुक्त कर रहा था। अमृतपाल की गिरफ्तारी गलत है। लोगों ने यह दिखा दिया है कि सिंह की गिरफ्तारी गलत और अनैतिक है। भगवंत मान सरकार द्वारा सिंह की गिरफ्तारी की आलोचना करते हुए वकील ने इसे बेईमान करार दिया और कहा कि कानून और व्यवस्था के मुद्दे और हिंदू-सिख तनाव की कहानी झूठी थी।
संगत ने नेतृत्व की क्षमता देखी, इसलिए चुनाव जताया
राजदेव सिंह खालसा ने कहा कि सिख समुदाय ने उन्हें वोट दिया, क्योंकि उन्होंने उनमें नेतृत्व की क्षमता देखी है और वह उनकी चिंताओं को आवाज दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि अमृतपाल सिंह ने नशा मुक्त पंजाब के लिए ‘अमृत संचार’ की शुरुआत की थी और वह अच्छा काम कर रहे थे। आप सरकार ने उनके खिलाफ साजिश रची और राजनीतिक लाभ के लिए उन्हें झूठे आरोपों में सलाखों के पीछे डाल दिया। अमृतपाल सिंह की चुनावों में जीत ने साबित कर दिया है कि लोग उनके साथ हैं।
रिपोर्ट: माेनी देवी