विपक्ष की एकता के प्रयास हुए तेज तो BJP भी अलर्ट, राहुल गांधी को घेरने का 'आजाद प्लान' तैयार
आजाद ने कहा था, 'मेरे मन में गांधी परिवार के लिए सम्मान है, इसलिए मैं उनके खिलाफ कुछ नहीं बोलना चाहता। वरना मैं ऐसे 10 उदाहरण दे सकता हूं जहां वह विदेश जाकर अवांछित उद्योगपतियों से मिलते हैं।'
लोकसभा चुनाव 2024 की लड़ाई से पहले विपक्षी दलों ने एकता बनाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस अडानी मामले में जेपीसी जांच की मांग को भी लगातार जोरशोर से उठा रही है। इस बीच, केंद्र में सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। बीजेपी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद के राहुल गांधी पर लगाए आरोपों को लेकर हमले तेज करने का प्लान बनाया है। न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी नेता आने वाले दिनों में इस मुद्दे को आगे भी उठा सकते हैं। मालूम हो कि आजाद ने राहुल गांधी पर 'अवांछित कारोबारियों' से रिश्ते होने का आरोप लगाया है। इसे लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए इस मामले पर स्पष्टीकरण की मांग की है।
बीजेपी के सीनियर नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि राहुल गांधी को कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता आजाद द्वारा लगाए गए गंभीर आरोप पर सफाई देनी चाहिए कि उनके 'अवांछित कारोबारियों' से संबंध हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने सवाल किया कि क्या राहुल भारत विरोधी व्यापारियों के इशारे पर देश को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। प्रसाद ने कहा, 'गुलाम नबी आजाद ने गंभीर आरोप लगाया कि राहुल जब भी विदेश दौरे पर जाते हैं तो वे कई अवांछित कारोबारियों से मिलते हैं। ये अवांछित व्यापारी कौन हैं और उनके क्या हित हैं? क्या राहुल गांधी भारत विरोधी व्यापारियों के इशारे पर देश को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं और पीएम मोदी के खिलाफ काम कर रहे हैं?'
आजाद पर कांग्रेस नेताओं ने भी लगाए आरोप
कांग्रेस ने आजाद पर हमला बोलते हुए कहा कि वह अपना असली चरित्र और पीएम मोदी के प्रति वफादारी दिखाने के लिए लगातार नीचे गिरते जा रहे हैं। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि उनका यह तुच्छ बयान इस बात को दर्शाता है कि आजाद खुद को प्रासंगिक बनाए रखने के लिए कितने परेशान हैं। वहीं, प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा, 'जिनके पास बंगला है, उन्हें बंगला मुबारक हो। वह किसकी धुन पर ये राग दरबारी सुना रहे हैं, वो सब जानते हैं। राहुल गांधी और कांग्रेस मांग कर रही है कि अडानी मामले में जेपीसी की जांच हो। इसलिए भाजपा ऐसे लोगों का इस्तेमाल कर रही है जो पहले कांग्रेस में थे। पहले महाराज (ज्योतिरादित्य सिंधिया) को आगे किया गया और अब आजाद को लाया गया है।'
गुलाम नबी आजाद ने क्या कहा था?
गुलाम नबी आजाद से अडानी मामले पर राहुल गांधी के एक ट्वीट में उनके नाम का उल्लेख किए जाने से जुड़ा सवाल पूछा गया। इसके जवाब में उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल और उनके परिवार के कई ऐसे कारोबारियों से रिश्ते हैं जिनमें कुछ अवांछित भी हैं। उन्होंने मलयाली समाचार नेटवर्क 'एशिया नेट' को दिए इंटरव्यू में कहा, 'मेरे मन में गांधी परिवार के लिए बहुत सम्मान है, इसलिए मैं उनके परिवार के खिलाफ कुछ नहीं बोलना चाहता। वरना मैं ऐसे 10 उदाहरण दे सकता हूं जहां वह (राहुल) विदेश जाकर अवांछित उद्योगपतियों से मिलते हैं।' गौरतलब है कि राहुल गांधी हिंडनबर्ग-अडानी विवाद को लेकर केंद्र सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं। संसद के बजट सत्र के दौरान कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों ने अडानी मामले की संयुक्त संसदीय जांच पर जोर दिया था। इस मुद्दे को लेकर कई बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी थी।
कांग्रेस ने विपक्षी एकता के प्रयास किए तेज
इस बीच, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकजुटता की कोशिशें तेज कर दी हैं। इसी सिलसिले में दोनों ने बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ मंत्रणा की। इस दौरान यह तय किया गया कि अधिक से अधिक विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने के साथ-साथ देश के लिए 'विपक्ष का दृष्टिकोण' सामने रखा जाएगा। बैठक के बाद जनता दल (यूनाइटेड) ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार विपक्षी एकता के सूत्रधार साबित होंगे। खड़गे के आवास पर दोपहर के भोज पर हुई इस बैठक में खड़गे, नीतीश, राहुल गांधी और तेजस्वी के अलावा जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, बिहार सरकार के मंत्री संजय झा, राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झा, कांग्रेस के सीनियर नेता सलमान खुर्शीद और बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह भी मौजूद थे। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने इस बैठक को ऐतिहासिक करार दिया। उन्होंने कहा कि आगे सभी विपक्षी दलों को एकजुट करना है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)