दशकों तक कांग्रेस सत्ता में नहीं आने वाली, फिर फायर हुए गुलाम नबी आजाद
गुलाम नबी आजाद कांग्रेस पर लगातार हमलावर हैं। अब उन्होंने एक बार फिर तीखा रिएक्शन देते हुए कहा है कि जैसे हालात हैं। उसमें तो कांग्रेस दशकों तक सत्ता में वापसी करती नहीं दिख रही है।
गुलाम नबी आजाद कांग्रेस पर लगातार हमलावर हैं। अब उन्होंने एक बार फिर तीखा रिएक्शन देते हुए कहा है कि जैसे हालात हैं, उसमें कांग्रेस दशकों तक सत्ता में वापसी करती नहीं दिख रही है। आजाद ने जी-23 ग्रुप की ओर से कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने के सवाल पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि लेटर लिखने वाले ज्यादातर नेता ऐसे थे, जो अध्यक्ष, महासचिव या फिर कोई प्रधानमंत्री बनने की चाह नहीं रखते हैं। प्रधानमंत्री बनने की बात तो तब हो, जब कांग्रेस सत्ता में आने वाली हो। आज के हालात में तो दशकों तक कांग्रेस सत्ता में वापसी करती नहीं दिखती है।
5 दशकों तक कांग्रेसी रहे गुलाम नबी आजाद ने कहा कि आप जी-23 नेताओं की बात करते हैं, लेकिन ऐसे बहुत से नेता हैं जो हमारे विचारों से मेल खाते हैं। पुस्तक के कुछ पैराग्राफ से ऐसा लगता है कि आपको एक कांग्रेसी के तौर पर जो मिला, उसके प्रति आप आभारी नहीं हैं। इस पर उन्होंने कहा कि आप यह भी पूछ सकते हैं कि आपने कैसे पार्टी के लिए इतना सब कुछ किया। उन्होंने कहा कि आज के कांग्रेसियों ने मिलकर जितना किया होगा, उससे 20 गुना ज्यादा मैंने पार्टी के लिए काम किया है।
उन्होंने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि जी-23 के नेताओं ने जो मांग उठाई थी, वह कोई उनके लिए नहीं थी बल्कि पूरी कांग्रेस के फायदे के लिए थी। यहां तक कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को भी इससे फायदा होता। उन्होंने कहा कि आज जो कांग्रेस के सलाहकार हैं, वही पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं। एक कहावत का जिक्र करते हुए सीनियर नेता ने कहा कि मूर्ख दोस्त से अच्छा तो बुद्धिमान दुश्मन होता है। इससे पहले भी गुलाम नबी आजाद कांग्रेस पर हमला बोलते रहे हैं। बुधवार को उन्होंने कहा था कि कांग्रेस में अब चाटुकारों की ही सुनी जाती है और गंभीर नेताओं को महत्व नहीं मिलता।