नक्सलियों का सुराग देकर बदली ग्रामीण की किस्मत, मिल गया 86 लाख का इनाम; 12 नक्सली कराए थे ढेर
Gadchiroli encounter: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में एक ग्रामीण की किस्मत रातों-रात बदल गई। सुरक्षा बलों को 12 नक्सलियों का सुराग देने के बदले उसे इतना बड़ा इनाम मिला कि उसे खुद भी यकीन नहीं हुआ होगा।
Gadchiroli encounter: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में एक ग्रामीण की किस्मत रातों-रात बदल गई। सुरक्षा बलों को 12 नक्सलियों का सुराग देने के बदले उसे इतना बड़ा इनाम मिला कि एक बार तो उसे खुद भी यकीन नहीं हुआ होगा। इस आदिवासी ग्रामीण से मिली सटीक जानकारी की बदौलत सुरक्षा बलों ने बुधवार को 12 नक्सलियों को मार गिराया था। इसके बदले में उसे 86 लाख रुपए का इनाम मिला है। रिपोर्ट्स के मुताबिक महाराष्ट्र के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ऑपरेशन में शामिल कमांडोज के लिए अलग से 51 लाख रुपए का इनाम घोषित किया है। पुलिस ने बताया कि सूचना मिलने के बाद कमांडोज ने बुधवार को यह ऑपरेशन शुरू किया था, जो करीब छह घंटे तक चला।
सुरक्षा बलों की कार्रवाई में मारे गए नक्सलियों, योगेश तुलावी उर्फ नरेंद्र, विशाल अतराम उर्फ लक्ष्मण और प्रमोद कचलामी के ऊपर 16 लाख रुपए का इनाम था। यह तीनों चटगांव कसनसुर दलाम इलाके के थे। अन्य मारे गए नक्सलियों में महारे गावड़े, अनिल दारो, सरिता परसा, रज्जो गावड़े और विज्जू चटगांव, कनासुर और कोर्ची-तिपगाड एलओएस के एरिया कमेटी मेंबर्स थे। इनके ऊपर छह लाख का इनाम था। इनके अलावा चंदा पोद्याम, सीता हॉके, रोजा और सागर, चटगांव कनासुर और कोर्ची-तिपगाड एलओएस के थे, जिनके ऊपर दो लाख का इनाम थे।
ऑपरेशन के बाद पुलिस ने माओवादियों की बॉडी के अलावा, कई खतरनाक असलहे भी बरामद किए। इन असलहों में सात ऑटोमैटिक वेपंस, तीन एके47 राइफल, दो इंसास राइफल, एक कार्बाइन बंदूक, एक सेल्फ लोडिंग राइफ (एसएलआर), नक्सल साहित्य, विस्फोटक, डेटोनेटर्स और कई अन्य सामान थे। पुलिस के मुताबिक इस ऑपरेशन की सफलता की बदौलत पूरे कोर्चि-तिपगाड और चटगांव-कसनसुर दलम्स से नक्सलियों का सफाया हो गया है।
वहीं, एक अन्य घटना में दो एसटीएफ जवानों और चार लोगों की छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में मौत हो गई। यह सभी नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी धमाके का शिकार हो गए। घटना तारेम इलाके में हुई जब सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम एंटी नक्सल ऑपरेशन के बाद लौट रही थी। यह ऑपरेशन बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा जिले की सीमा पर चलाया गया था।