congress president elections: खड़गे की वाहवाही, थरूर को नजरअंदाज; G-23 भी नहीं दे रहा साथ
मनीष तिवारी ने कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव को लेकर मल्लिकार्जुन खड़गे की तारीफ में कसीदे पढ़ें। कांग्रेस को ऐसे हाथों में बागडोर की जरूरत है तो पार्टी को स्थिरता दे और नैय्या पार लगाए।
congress president elections: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जी-23 मेंबर मनीष तिवारी ने कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव को लेकर मल्लिकार्जुन खड़गे की तारीफ में कसीदे पढ़ें हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को इस वक्त ऐसे हाथों में बागडोर की जरूरत है तो पार्टी को स्थिरता दे और नैय्या पार लगाए। इसके लिए उन्होंने जी-23 सदस्य शशि थरूर के बजाय मल्लिकार्जुन खड़गे को सही उम्मीदवार बताया। तिवारी से पहले राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने भी खड़गे का एक बार फिर समर्थन किया और कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि खड़गे की पार्टी के अगले अध्यक्ष होंगे। कांग्रेस नेताओं के इन बयानों से उलट थरूर ने पार्टी के नेताओं पर उनके साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया है। थरूर के मुताबिक, खड़गे का चुनावी कैंपेन के दौरान राज्यों में स्वागत किया जा रहा है जबकि उनका स्वागत तो दूर पीसीसी चीफ तक मिलने नहीं पहुंचते।
मनीष तिवारी का मल्लिकार्जुन खड़गे को कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए समर्थन देना इसलिए अहम है क्योंकि तिवारी कांग्रेस के अंसतुष्ट खेमे जी-23 के मेंबर हैं। तिवारी के अलावा शशि थरूर भी इसी ग्रुप का हिस्सा हैं। ऐसे में तिवारी का यह कहना कि कांग्रेस को जिन मजबूत और भरोसेमंद हाथों के कमान की जरूरत है वो मल्लिकार्जुन खड़गे ही हैं, काफी महत्व रखता है। मनीष तिवारी से पहले जी-23 के अन्य मेंबर्स और पार्टी के कई नेता भी इसी तरह के बयान दे चुके हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए, मनीष तिवारी ने कहा, "यदि सभी तथ्यों पर विचार करें और निष्पक्ष मूल्यांकन किया जाए, तो मल्लिकार्जुन खड़गे जिन्होंने अपने जीवन के 50 से अधिक वर्षों को कांग्रेस की सेवा में समर्पित कर दिया है, वह कांग्रेस अध्यक्ष के सही उम्मीदवार हैं। कांग्रेस पार्टी को खड़गे के रूप में ऐसे सुरक्षित हाथों की जरूरत है तो पार्टी में स्थिरता लाए। खड़गे एक शांत व्यक्तित्व के धनी हैं। खड़गे पार्टी में निचले पदों से इतने ऊपर तक पहुंचे हैं। ”
जी-23 नेताओं का थरूर से किनारा
सिर्फ मनीष तिवारी ही नहीं जी-23 के अन्य नेता भी शशि थरूर से किनारा कर रहे हैं। बता दें कि बीते 30 सितंबर को खड़गे के प्रस्तावक के रूप में मनीष तिवारी आगे थे। उनके अलावा आनंद शर्मा भी दूसरे प्रस्तावक थे। शर्मा भी जी-23 के मेंबर हैं। जी-23 ऐसा ग्रुप है जो पार्टी में बदलाव के लिए कई बार आवाज बुलंद कर चुका है।
खड़गे के समर्थन में पूरा कुनबा
खड़गे के नामांकन का समर्थन करने वाले अन्य पार्टी नेताओं में एके एंटनी, अशोक गहलोत, अंबिका सोनी, मुकुल वासनिक, अभिषेक सिंघवी, अजय माकन, भूपिंदर सिंह हुड्डा, दिग्विजय सिंह, तारिक अनवर, सलमान खुर्शीद, अखिलेश प्रसाद सिंह, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, वी नारायणसामी शामिल हैं। वी वैथीलिंगम, प्रमोद तिवारी, पीएल पुनिया, अविनाश पांडे, राजीव शुक्ला, सैयद नसीर हुसैन, रघुवीर सिंह मीणा, धीरज प्रसाद साहू, तरसेम चंद बागरी, पृथ्वीराज चव्हाण, कमलेश्वर पटेल, मूलचंद मीणा, दिलीप गज्जर, संजय कपूर और विनीत पुनिया समेत कांग्रेस दिग्गज शामिल हैं।
थरूर का आरोप- मेरे साथ हो रहा भेदभाव
उधर, दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष की रेस में शामिल शशि थरूर ने कांग्रेस नेताओं पर उनके साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया है। थरूर की मानें तो जब चुनावी कैंपेन के दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे राज्यों में भ्रमण के लिए पहुंचते हैं तो उनका भव्य स्वागत होता है। इससे उलट जब वे पहुंचते हैं तो पीसीसी चीफ तक उनसे मिलने नहीं आते। हालांकि उन्होंने आगे कहा कि इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व जिम्मेदार नहीं है। उन्होंने कहा कि युवा कार्यकर्ता उनके साथ हैं।