अंबेडकर को कांग्रेस ने चुनाव हरवाया, भारत रत्न भी नहीं दिया; संसद में भाजपा ने फिर घेरा
मेघवाल ने कहा कि जब संविधान सभा में चर्चा तल रही थी तो कुछ कह रहे थे कि कुछ पढ़े लिखों को वोट दो, कुछ कह रहे थे कि साहूकार को वोट दो..ऐसी स्थिति आ रही थी। उस समय बाबा साहेब खड़े हुए।
संसद में बुधवार को डॉक्टर बाबासाहब भीमराव अंबेडकर को लेकर तीखी बहस हुई। केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने लोकसभा में महिला आरक्षण संबंधी विधेयक पर सांसदों के सवालों का जवाब देते हुए विपक्ष पर तीखा हमला बोला। मेघवाल ने एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि अंबेडकर ने हमें वोट का हक दिया। ये बात एकदम सही है।
मेघवाल ने कहा, "जब संविधान सभा में चर्चा तल रही थी तो कुछ कह रहे थे कि पढ़े लिखों को वोट (अधिकार) दो, कुछ कह रहे थे कि साहूकार को दो..ऐसी स्थिति आ रही थी। उस समय बाबा साहेब खड़े हुए। उन्होंने कहा कि हम एशिया और अफ्रीका को नेतृत्व देने जा रहे हैं। इसीलिए हम ऐसा निर्णय करें... एडल्ट फ्रेंचाइज का निर्णय अगर किसी ने किया तो डॉक्टर बीआर अंबेडकर के कारण हुआ। उनकी जिद के कारण हुआ।' एडल्ट फ्रेंचाइज का मतलब सभी नागरिक जो अपनी जाति या शिक्षा, धर्म, रंग, नस्ल और आर्थिक स्थिति के बावजूद 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के हैं, वोट देने के लिए स्वतंत्र हैं।
कानून मंत्री ने आगे कहा, "उनको (अंबेडकर) को भी आपने (कांग्रेस) को हराया। जब इतना बड़ा काम किया, जिसने संविधान का निर्माण कर दिया, संविधान की रचना कर दी और जो संविधान के शिल्पकार थे, उनको भी आपने हराया। अब यहां आप पॉलिटिकल स्कोर खड़ा करने की बात कर रहे हैं।" इस पर कांग्रेस सांसदों ने तीखा विरोध किया। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने पूछा कि मंत्री जो आरोप लगा रहे हैं उनका सबूत है? अधीर ने कहा, 'आप सदन को गुमराह करना चाहते हैं कि कांग्रेस ने बाबा साहेब को हराया था।'
इस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को हस्तक्षेप करना पड़ा। उन्होंने कहा कि यह फैक्चुअली करेक्ट है। शाह ने कहा, "जैसे राहुल गांधी को बीजेपी ने हराया ये फैक्चुअली करेक्ट है। बाबा साहेब के सामने जीतकर आने वाले प्रत्याशी कांग्रेस के थे।"
इसी बीच फिर अर्जुनराम मेघवाल खड़े होकर बोले, "(कांग्रेस ने तो) बाबा साहब को भारत रत्न भी नहीं दिया और सेंट्रल हॉल में उनका तेल चित्र भी नहीं लगने दिया। मेरे पास रिकॉर्ड है। कांग्रेस पार्टी ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का तेल चित्र लगने के लिए सेंट्रल हॉल में जगह नहीं है।" उन्होंने कहा, "भारत रत्न तो दिया ही नहीं। जब बाद में वीपी सिंह की सरकार आई, जब अटल जी, आडवाणी जी बाहर से समर्थन कर रहे थे तब उस सरकार ने दिया भारत रत्न दिया। दो-दो बार चुनाव में हराया।" इस विवाद पर कांग्रेस सांसदों ने जमकर विरोध दर्ज कराया।
बता दें कि इससे पहले केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने लोकसभा में विधेयक को चर्चा एवं पारित कराने के लिए रखते हुए सभी राजनीतिक दलों से आग्रह किया कि वे इसे सर्वसम्मति से पारित करें। ‘नारीशक्ति वंदन विधेयक’ के कानून बन जाने के बाद 543 सदस्यों वाली लोकसभा में महिला सदस्यों की संख्या मौजूदा 82 से बढ़कर 181 हो जाएगी। राज्य विधानसभाओं में भी महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीट आरक्षित हो जाएंगी।