इंडिया गेट पर दिखेगा बदला नजारा, घूमने का बना सकते हैं प्लान; इन सुविधाओं से मजेदार होगा सैर-सपाटा
कुल 13,500 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे सेंट्रल विस्टा के इस हिस्से को 19 महीने की पाबंदियों के बाद खोला जा रहा है। इसके जरिए इंडिया गेट और उसके आसपास के इलाके को एकदम नए अंदाज में तैयार किया गया है।
पीएम नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के एक हिस्से का आज लोकार्पण हो जाएगा। खुद पीएम नरेंद्र मोदी आज शाम को इसका उद्घाटन करने वाले हैं। सेंट्रल विस्टा के तहत 5 प्रोजेक्ट्स को तैयार किया जा रहा है, जिसमें से अभी एक तैयार हो गया है। कुल 13,500 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे सेंट्रल विस्टा के इस हिस्से को 19 महीने की पाबंदियों के बाद खोला जा रहा है। इसके जरिए इंडिया गेट और उसके आसपास के इलाके को एकदम नए अंदाज में तैयार किया गया है। यदि आप दो साल पहले दिल्ली में इंडिया गेट आए थे तो अब आपको काफी चीजें बदली हुई नजर आएंगी। आइए जानते हैं, सेंट्रल विस्टा से क्या-क्या बदला...
टहलने के लिए कॉरिडोर
लॉन के चारों तरफ 16.5 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर तैयार किया गया है, जिस पर लोग टहल सकेंगे। यह कर्तव्यपथ के इर्द-गिर्द होगा। इसे ग्रेनाइट पत्थर से तैयार किया गया है और लाखा स्टोन कलर का इस्तेमाल किया गया है। इसके अलावा स्लोप और दिशा में बदलाव को बताने के लिए इंडिकेटर्स भी लगाए गए हैं ताकि दृष्टिबाधित लोगों को समस्या न हो सके।
पैदल यात्रियों के लिए अंडरपास
राजपथ और सी-हेक्सागन के आसपास लोगों को सड़क पार करने में मुश्किल का सामना करना पड़ता था। अब इस समस्या का समाधान करने के लिए अंडरपास तैयार किए गए हैं। इंडिया गेट आने और जाने वाले लोगों को इससे बड़ी सुविधा मिलेगी और ट्रैफिक भी सही से चलेगा। अब तक इंडिया गेट पर पैदल यात्रियों के चलते ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती थी। अब यह झंझट खत्म होगा। कुल 4 अंडरपास इसके लिए तैयार हुए हैं।
जनता की सुरक्षा का पूरा ख्याल
जनता की सुरक्षा का ख्याल रखते हुए स्ट्रीटलाइट्स से इस इलाके को जगमग किया गया है। इससे रात को भी इंडिया गेट टहलने के लिए आने वाले लोगों को सुविधा होगी। कर्तव्यपथ पर 74 हेरिटेज लाइट पोल्स का सौंदर्यीकरण किया गया है। इसके अलावा 1,000 नई स्ट्रीटलाइट्स लगी हैं। यही नहीं सर्विलांस के लिए 300 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इससे लोगों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था सुनिश्चित होगी। हाउसिंग मिनिस्ट्री के एक अधिकारी ने कहा कि इन कैमरों के जरिए संदिग्ध सामान पर नजर रखी जा सकेगी।
हरियाली में होगा इजाफा
इंडिया गेट के आसपास लोग पेड़ों की छांव में बैठे रहते थे। अब नए प्रोजेक्ट में यह चुनौती थी कि कैसे हरियाली को बनाए रखा जाए। इसके अलावा आसपास पानी की निकासी की सुविधा भी बेहतर रहे। एक अधिकारी ने बताया कि सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत हरियाली में इजाफा किया गया है। यही नहीं पानी की निकासी की व्यवस्था बेहतर की गई है ताकि लोगों को आवाजाही में कोई परेशानी न हो। कुल 101 एकड़ लॉन में अलग-अलग तरह की घास लगाई गई है ताकि हरियाली दिखे।
पेयजल और शौचालय की भी होगी सुविधा
कर्तव्यपथ पर 8 जगहों पर शौचालय और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। इन ब्लॉक्स में लोगों को पीने का पानी भी उपलब्ध कराया जाएगा।
वेंडिंग जोन भी किए गए हैं तैयार
इंडिया गेट के आसपास 7 वेंडिंग जोन भी तैयार किए गए हैं। इनमें से 5 वेंडिंग जोन्स ऐसे हैं, जिनमें 40 वेंडर्स के लिए व्यवस्था होगी। इसके अलावा दो वेंडिंग जोन एमेनेटी ब्लॉक्स में होंगे। यहां अलग-अलग तरह के सामान भी मिल सकेंगे। फिलहाल कर्तव्यपथ पर लोगों को आइसक्रीम बेचने वाले नहीं मिलेंगे, जो इंडिया गेट पर मशहूर रहे हैं। एक अधिकारी ने कहा कि हम यह देखेंगे कि नए निर्माण के बाद ट्रैफिक आदि की क्या स्थिति रहती है। इसकी परमिशन भविष्य में दी जा सकती है।
पार्किंग के लिए पहले से ज्यादा होगा स्पेस
केंद्रीय लोक निर्माण विभाग ने 1,117 कारों और 40 बसों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की गई है। शुरुआती दो महीनों में पार्किंग की व्यवस्था फ्री होगी। इसके अलावा एनडीएमसी इसका मैनेजमेंट करेगी।
रिपब्लिक डे पर कैसा रहेगा इंतजाम
शहरी विकास मंत्रालय के अफसरों का कहना है कि नए प्रोजेक्ट के तहत रिपब्लिक डे परेड के लिए स्थायी इंतजाम किए गए हैं। वहीं पर हर साल आयोजन होगा और तमाम व्यवस्थाएं की जाएंगी। अब तक रिपब्लिक डे परेड की तैयारियों दो से तीन महीने पहले ही शुरू हो जाती थीं। इससे घूमने के लिए आने वाले लोगों को परेशानी होती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
लोगों के बैठने के लिए भी हुआ इंतजाम
कर्तव्यपथ के आसपास के इलाके में कुछ नए सिग्नेचर तैयार किए गए हैं। इनसे लोगों को पूरे रूटमैप के बारे में जानकारी मिल सकेगी। इसके अलावा 422 सैंडस्टोन बैंचें तैयार की गई हैं। इनमें बैठकर लोग आराम कर सकेंगे।
अंडरग्राउंड होंगे सारे तार, नहीं होगी परेशानी
पब्लिक अनाउसमेंट सिस्टम, सीसीटीवी, वाई-फाई और अन्य सेवाओं के लिए जरूरी तारों को जमीन के अंदर से ही बिछाया गया है। इससे ऊपर तार नहीं दिखेंगे।
बोटिंग की भी होगी सुविधा
इंडिया गेट के आसपास की झीलों में पहले की तरह बोटिंग की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। अधिकारियों ने कहा कि यह अब दो जगह इंडिया गेट के सामने और दूसरी कृषि भवन के नजदीक ही उपलब्ध होगी।
झीलों पर पुल भी होंगे तैयार
इंडिया गेट के आसपास की झीलों पर पुल भी तैयार किए गए हैं। ये खूबसूरत भी होंगे और इससे लोगों की आवाजाही भी आसान होगी।