भाजपा ने नहीं किया था गठबंधन धर्म का पालन, हर साथी का अपमान करते हैं; खूब बरसी जेडीयू
जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने शुक्रवार को भाजपा पर उनकी पार्टी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करके "गठबंधन धर्म" का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। कहा कि वह हर साथी का अपमान करते हैं।
जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने शुक्रवार को भाजपा पर उनकी पार्टी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करके "गठबंधन धर्म" का उल्लंघन करने का आरोप लगाया, जिसके कारण बिहार में उनका गठबंधन टूट गया। ललन सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जेडीयू के भीतर से गठबंधन से बाहर निकलने का दबाव था क्योंकि पार्टी नेताओं का भाजपा द्वारा "अपमान" किया जा रहा था। भाजपा 2014 से अपने हर सहयोगी का अपमान कर रही है।
एएनआई से बात करते हुए, जेडीयू सिंह ने कहा, "भाजपा ने गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया। वर्तमान भाजपा नेतृत्व को बताना चाहिए कि 2014 की तुलना में गठबंधन में कितने एनडीए सहयोगी बचे हैं। क्योंकि उन्होंने हर पार्टी का अपमान किया गया। वे अपने सहयोगियों का अपमान करके गठबंधन चलाना चाहते हैं।
लोजपा को हमारे खिलाफ उकसाया
भाजपा ने 2020 के विधानसभा चुनावों में हमारे खिलाफ साजिश करना शुरू कर दिया। उन्होंने हमारी संख्या कम करने और हमें खत्म करने के प्रयास शुरू कर दिए। उन्होंने लोजपा को हमारे खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारने के लिए उकसाया।" ललन सिंह ने दावा किया कि यह संगठन के भीतर का दबाव था जिसने नीतीश कुमार का हाथ थामा। उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री पर नेताओं की ओर से दबाव था कि उनका अपमान किया जा रहा है। फिर नीतीश कुमार ने गठबंधन खत्म कर दिया।"
भाजपा को दिखाएंगे वास्तविकता
जेडीयू के राजद से हाथ मिलाने के भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए ललन सिंह ने कहा कि बिहार के लोग भाजपा को वास्तविकता दिखाएंगे। बिहार में कोई गुंडा राज नहीं लौटा है। कोई अपराध नहीं बढ़ा है। राज्य के लोग उन्हें 2024 के आम चुनाव में बताएंगे कि अपराध बढ़ा है या नहीं।"
बिहार में भाजपा हारेगी 16 लोकसभा सीट
यह दावा करते हुए कि 2024 में अगले आम चुनाव में भाजपा कई सीटों पर हार जाएगी, सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवारों को ढूंढना भी मुश्किल होगा और बिहार में भी भारी नुकसान होगा। उन्होंने कहा, "भाजपा को 2024 के चुनाव में पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार नहीं मिलेंगे। वे बिहार में कम से कम 16 सीटों पर हार जाएंगे।"
गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) छोड़ने के बाद बुधवार को रिकॉर्ड आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राजद नेता तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार राज्य विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 24 अगस्त को शक्ति परीक्षण करेगी।
24 अगस्त को फ्लोर टेस्ट
24 अगस्त को फ्लोर टेस्ट आयोजित करने और राज्य विधानसभा बुलाने के लिए उपयुक्त सिफारिश करने का निर्णय बुधवार को कुमार और यादव की कैबिनेट बैठक में लिया गया। सूत्रों ने बताया कि मंत्रिमंडल का विस्तार 16 अगस्त को होने की संभावना है और राजद में जनता दल-यूनाइटेड से ज्यादा मंत्री होंगे। महागठबंधन को विधानसभा में 164 सदस्यों का समर्थन प्राप्त है।
नीतीश कुमार ने कांग्रेस और वाम दलों सहित महागठबंधन में राजद और अन्य दलों के साथ हाथ मिलाने से पहले मंगलवार को आठ साल में दूसरी बार भाजपा के साथ अपना गठबंधन तोड़ा था। महागठबंधन को हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (एचएएम) का भी समर्थन प्राप्त है, जिसके विधानसभा में चार विधायक हैं।
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