अतीक के हत्यारों के पीछे जरूर कोई ताकत? पहला अपराध मिलकर किया साथ, नई है दोस्ती
अतीक के हत्यारे अरुण, लवलेश और सनी सिंह ने पहली बार एक साथ मिलकर किसी घटना को अंजाम दिया है। इसके अलावा तीनों की दोस्ती भी पुरानी नहीं है। इसी वजह से तीनों के पीछे किसी का हाथ माना जा रहा है।
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले तीन लड़कों का कहना है कि उन्होंने नाम कमाने और माफिया बनने के लिए इस कारनामे को अंजाम दिया है। पुलिस सूत्रों की ओर से दी गई इस जानकारी पर कई सवाल भी खड़े होते हैं। इसकी वजह यह है कि अतीक के हत्यारे अरुण मौर्य, लवलेश तिवारी और सनी सिंह ने पहली बार एक साथ मिलकर किसी घटना को अंजाम दिया है। इसके अलावा तीनों की दोस्ती भी पुरानी नहीं है। ऐसे में ये तीनों सिर्फ नाम कमाने के मकसद से खुद ही प्लानिंग करके साथ आए हों, ऐसा नहीं लगता है।
हत्या में शामिल दो युवक लवलेश तिवारी और सनी सिंह की पहली मुलाकात 2021 में तब हुई थी, जब दोनों बांदा जेल में बंद थे। दोनों को बेल मिली तो फिर वह प्रयागराज में मिले, यहीं पर तीसरा आरोपी अरुण मौर्य एक रेस्तरां में काम कर रहा था। अब तक इस बात का खुलासा नहीं हो सका है कि वे प्रयागराज क्यों पहुंचे थे और उनकी अरुण से मुलाकात कैसे और क्यों हुई। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इन तीनों की मुलाकात कैसे हुई और प्लानिंग कहां बनी। इस बारे में अभी कुछ पता नहीं चल सका है, इसलिए संदेह बढ़ रहा है।
माना जा रहा है कि इन तीन लोगों के पीछे जरूर कोई मास्टरमाइंड है, जिसने इन लोगों को हथियार मुहैया कराए और अतीक की हत्या का मकसद दिया। अरुण, लवलेश या फिर सनी, तीनों ही गरीब परिवारों से आते हैं और छोटे-मोटे अपराधी रहे हैं। ऐसे में इन लोगों के पास से तुर्की में बनी जिगाना पिस्तौल कहां से आई? यह सवाल भी किसी मास्टरमाइंड की ओर इशारा करता है। जिगाना पिस्तौल की कीमत करीब 6 लाख रुपये है और भारत में इस पर पाबंदी है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग के पास यह पिस्तौल कई बार पाई गई है। यहां तक कि पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी इसी पिस्तौल का इस्तेमाल हुआ था।
दोस्त की शादी में जाने की बात कहकर निकला था अरुण मौर्य
इन लोगों ने जिस तरह के हथियारों का इस्तेमाल किया और फिर सरेंडर कर दिया, उससे साजिश का अंदेशा लग रहा है। फिलहाल एजेंसियां अतीक की हत्या से पहले की तीनों आरोपियों की गतिविधियों का पता लगा रही हैं। जानकारी मिली है कि इनमें सबसे छोटा अरुण मौर्य पानीपत में अपने दादा के घर से एक सप्ताह पहले ही निकला था। उसने दादा से कहा था कि वह दिल्ली में एक दोस्त की शादी में जा रहा है। लेकिन तब से ही उसका फोन बंद था और संपर्क नहीं हो पा रहा था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि घटना से कुछ वक्त पहले लवलेश तिवारी और सनी सिंह दिल्ली गए थे।